प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के यदगिरी और कलबुर्गी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के ‘अमृतकाल’ में हमें विकसित भारत का निर्माण करना है। भारत विकसित तब हो सकता है, जब देश का हर नागरिक, हर परिवार, हर राज्य इस अभियान से जुड़े। यह किसानों से लेकर व्यापारियों के सामूहिक प्रयास से ही साकार होगा, इसलिए सभी को आगे आना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि सूरत-चेन्नई इकोनॉमी कॉरिडोर का हिस्सा जो कर्नाटक (Karnataka) में पड़ता है, उस पर भी आज काम शुरू हुआ है। इससे यादगिर, रायचूर और कलबुर्गी सहित इस पूरे क्षेत्र में ‘ईज ऑफ डूइंग’ भी बढ़ेगी और रोजगारों को बल मिलेगा। विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए कर्नाटक के लोगों को बहुत-बहुत बधाई।
पीएम मोदी ने कहा कि यादगिरि का एक महान इतिहास है, और इसमें अद्भुत स्मारक हैं और समृद्ध संस्कृति और परंपराएं हैं। इस जगह पर राजा वेंकटप्पा नायक का महान शासन इतिहास में एक अद्भुत निशान छोड़ गया है। मैं यादगिरि की ऐतिहासिक और विरासत भूमि को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि चल रही विकासात्मक परियोजनाएँ न केवल यादगिरी, कालाबुरागी और रायचूर के क्षेत्रों में जीवन को आसान बनाएंगी बल्कि उनमें रोजगार को भी मजबूत करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम उन जिलों में विकास और सुशासन लाए, जिन्हें पिछली सरकारों ने पिछड़ा घोषित किया था। उन्होंने कहा कि 3.5 साल पहले जब जल जीवन मिशन शुरू हुआ था, तब 18 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल के पानी का कनेक्शन था। आज देश के करीब 11 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से पानी मिल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तर कर्नाटक में जिस तरह से विकास कार्य हो रहा है वह काबिले तारीफ है। जैसा कि भारत ने अपनी आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं, अब समय आ गया है कि वह आने वाले समय में और अधिक मजबूत हौसलों के साथ आगे बढ़े।
पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 साल हर नागरिक के लिए, हर राज्य के लिए ‘अमृत काल’ हैं। भारत सही मायनों में विकसित देश बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा और यह किसानों से लेकर व्यापारियों के सामूहिक प्रयास से ही साकार होगा, इसलिए सभी को आगे आना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत तभी ‘विकसित’ बन सकता है, जब ‘खेत’ और ‘कारखाने’ दोनों समृद्ध हों। इसे हटाना तो दूर, पिछली सरकारों ने इस क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने के बारे में सोचा तक नहीं। पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने यहां निवेश करने या यहां कोई बुनियादी ढांचा विकसित करने की जहमत नहीं उठाई। लेकिन उनकी तरह हमारी सरकार ‘वोट बैंक की राजनीति’ पर नहीं, बल्कि ‘विकास, विकास और विकास’ पर केंद्रित है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक करोड़ों छोटे किसान भी हर सुख-सुविधा से वंचित रहे, सरकारी नीतियों में उनका ध्यान तक नहीं रखा गया। आज यही छोटे किसान देश की कृषि नीति की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने कहा कि यादगिरी के साथ हम देश के 100 आकांक्षी जिलों में ‘सुशासन’ की संभावनाएं लेकर आए। 2014 के बाद से, विकास अभूतपूर्व रहा है। यादगिरी में बच्चों का 100% टीकाकरण देखा गया है और क्षेत्र में कुपोषित बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यादगिर दाल का कटोरा है, यहां की दालें देश भर में पहुंचती हैं। पिछले 7-8 वर्षों में अगर भारत ने दालों के लिए विदेशी निर्भरता को कम किया है तो इसमें उत्तर कर्नाटक के किसानों की बहुत बड़ी भूमिका है। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी इन 8 वर्षों में किसानों से 80 गुना दाल MSP पर खरीदी है। 2014 से पहले दाल के लिए किसानों को 100 करोड़ रुपए मिलते थे तो वहीं हमारी सरकार ने दाल किसानों को 60 हजार करोड़ा रुपए दिए हैं।