प्रधानमंत्री मोदी ने 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) में कई स्वास्थ्य परियोजनाओं के उद्घाटन को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य अस्पताल में भर्ती होने पर 5 लाख रुपये तक का व्यापक कवरेज प्रदान करना है।
राज्यें सरकारें नहीं लागू कर रही योजनाएं
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं दिल्ली के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। मैं उनसे क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी स्थिति जानूंगा, जानकारी लूंगा लेकिन आपकी मदद नहीं कर पाऊंगा और इसका कारण यह है कि दिल्ली की सरकार और पश्चिम बंगाल की सरकार इस आयुष्मान योजना से नहीं जुड़ रही है। दिल्ली और बंगाल के बुजुर्गों को आयुष्मान भारत का लाभ नहीं मिल पाएगा क्योंकि उनकी सरकारें राजनीतिक कारणों से इसे लागू नहीं कर रही हैं।
‘राजनीतिक पेशे की दीवारें मुझे सेवा करने से रोक रही’
पीएम ने आगे कहा, अपने राजनीतिक हितों के लिए अपने ही राज्य के बीमार लोगों पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति किसी भी मानवीय दृष्टिकोण के खिलाफ है और इसलिए मैं पश्चिम बंगाल के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं, मैं देश के लोगों की सेवा कर सकता हूं, लेकिन राजनीतिक पेशे की दीवारें मुझे दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बुजुर्गों की सेवा करने से रोक रही हैं। बता दें कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल उन राज्यों में से हैं जहां केंद्र की आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं हुई है।
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क्या है आयुष्मान भारत योजना?
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भारत को मेडिकल और वेलनेस टूरिज्म के एक बड़े केंद्र के रूप में देख रही है। बता दें कि आयुष्मान भारत योजना एक ऐसी योजना है जिसका उद्देश्य कम आय वाले परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवरेज तक मुफ्त पहुंच प्रदान करना है। इस योजना को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से 2018 में लॉन्च किया गया था।