पंजाब के लुधियाना में गियासपुरा में सुआ रोड पर स्थिति एक कारखाने के अंदर दो बच्चों सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। इनकी मौत जहरीली गैस के रिसाव के कारण दम घुटने से हुई है।
अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। आपको बता दें कि गैस का रिसाव पहली बार सुबह करीब सवा सात बजे अनुभव किया गया। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि डॉक्टरों और एंबुलेंस की एक टीम को भी बुलाया गया है। वहीं, मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी राहत और बचाव का कार्य कर रही है।
इस घटना के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। बठिंडा से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ की टीमों को बचाव कार्यों में लगाया गया है। एनडीआरएफ की टीमों को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया और पास के बाजार को खाली करा दिया है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गैस एक कोल्ड ड्रिंक स्टोर, एक किराना स्टोर और एक मेडिकल क्लिनिक सहित विभिन्न प्रतिष्ठानों के एक ब्लॉक से लीक हुई थी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, डेयरी उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री गोयल मिल्क प्लांट के कूलिंग सिस्टम से गैस का रिसाव हुआ।
एक स्थ्यानीय शख्स उमेश कुमार ने कहा कि सुबह दुर्गंध और सिरदर्द के साथ उठा। उन्होंने खुद को गैस से बचाने के लिए सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लीं। बाद में उन्होंने घर से बाहर जाने का फैसला किया।
जमालपुर के शंभू नारायण ने कहा कि उनके 40 वर्षीय भतीजे कबीलाश कुमार और उनकी पत्नी वर्षा देवी के साथ तीन बच्चे- कल्पना, अभय नारायण और आर्यन की मौत हो गई है।
वहीं, राम मुरात ने कहा कि उनके रिश्तेदार 28 वर्षीय सौरव गोयल और उनकी पत्नी त्रिति गोयल, भाई गौरव गोयल के साथ उनकी मां और आठ महीने का लड़का गैस रिसाव में फंस गए थे। बच्चा खतरे से बाहर है। जबकि दंपती और मां की मौत हो गई है। गौरव की हालत गंभीर है। आस-पास के लोगों का कहना है कि कई लोग अपने घरों में बेहोश हो गए। वर्तमान में इस क्षेत्र में प्रवेश करना किसी के लिए भी असुरक्षित है।
सूत्रों ने कहा कि तीन बच्चों के साथ एक दंपति क्लिनिक में मृत पाए गए। अन्य प्रतिष्ठानों में चार अन्य की मौत हो गई। सिविल अस्पताल में दो पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई।