फिरोजाबाद में अपराधियों को पकड़ने वाले पुलिस के जवान डॉक्टर की भूमिका में भी नजर आएंगे.सोमवार को पुलिस लाइन के सभागार में यूपी ऑर्थोपेडिक एसोशिएशन के सौजन्य से डॉक्टरों के पैनल द्वारा पुलिस कर्मियों को आकस्मिक चिकित्सा, प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी गयी साथ ही डेमो के जरिये उन्हें ट्रेंड किया गया.
आपको बता दें कि सड़क हादसों की तस्वीरें किसी को भी झकझोर कर रख देती है.बड़े बड़े हादसों में परिवार के परिवार समाप्त हो जाते है. आये दिन इन हादसों की खबरें पढ़ने और सुनने को मिलती रहती है. कई मौत तो मौके पर ही हो जातीं है लेकिन कुछ मौतें घायलों को समय पर इलाज न मिलने के कारण भी हो जाती है.
ऐसी मौतों को रोकने के लिए अब पुलिस भी प्रयास करेगी. अभी तक पुलिस खुद की गाड़ी या फिर एम्बुलेंस के जरिये हादसे में घायलों को अस्पताल पहुंचती थी. इस दौरान कभी कभी एम्बुलेंस की लेट लतीफी या अन्य किसी कारण से समय पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मौत भी हो जाती थी. राहत की बात यह है कि एसएसपी आशीष तिवारी की पहल पर पुलिस के जवानों को एक्सीडेंट, हार्टअटैक के पेशेन्ट को प्राथमिक इलाज के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.
4 अगस्त को नेशनल बोन एंड जॉइंट डे के मौके पर यूपी ऑर्थोपेडिक एशोसिएशन द्वारा एक अगस्त से सात अगस्त तक each one, save one थीम पर सड़क दुर्घटना, आपदा प्रबंधन, ह्रदयाघात एवं अन्य किसी भी मैडिकल इमरजेंसी के दौरान पुलिसकर्मियों और आमजन हेतु बेसिक लाइफ़ सपोर्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस दौरान डॉक्टर्स टीम ने डेमो के जरिये पुलिस के जवानों को ट्रेंड किया गया.
रिपोर्ट-मयंक शर्मा