लखनऊ। सिखों के चौथे गुरु साहिब श्री गुरू रामदास जी महाराज का प्रकाश उत्सव 22 अक्टूबर को दशमेश सेवा सोसाइटी द्वारा श्री गुरू सिंह सभा, ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिन्डोला में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया जायेगा। यह जानकारी लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने दी।
दशमेश सेवा सोसाइटी के तजिंदर सिंह ने बताया कि श्री गुरू रामदास जी महाराज जिन्होंने दुख भंजन बेरी के पास एक सरोवर बनवाया जिसमें सच्चे मन से स्नान करने पर दुःख और रोग दूर होे जाते हैं। जो आज श्री अमृतसर में एक महान तीर्थस्थल हरिमन्दिर साहिब के नाम से प्रसिद्ध है। जहाँ देश विदेश से श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं और सच्चे मन से पवित्र सरोवर में स्नान करके दुःख एवं कष्टों से मुक्ति पाते हैं, उनके प्रकाश उत्सव के अवसर पर 21 अक्टूबर को प्रातः 6.00 बजे श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की छत्रछाया एवं पाँच प्यारों की अगुवाई में एक प्रभात फेरी गुरुद्वारा आर्या नगर से आरम्भ होकर मोती नगर, गौरिया मठ रोड, ऐशबाग रोड, डी.ए.वी. कालेज रोड, नाका हिण्डोला होते हुए 8.30 बजे वापस गुरूद्वारा नाका हिन्डोला पहुंचेगी। समाप्ति के उपरान्त गुरु का लंगर वितरित किया जायेगा।
सोसाइटी के सरदार इंदरजीत सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को सायं 6.00 बजे से 9.30 बजे तक एवं 22 अक्टूबर को प्रात 5.00 बजे से 10.30 बजे तक व सायं 6.00 बजे से 9.30 बजे तक दीवान सजेगें जिसमें रागी भाई हरतीरथ सिंह जी दिल्ली वाले, हजूरी रागी भाई राजिन्दर सिंह जी अपनी मधुरवाणी में शबद कीर्तन गायन एवं मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी सुखदेव सिंह जी कथा व्याख्यान द्वारा समूह संगत को निहाल करेंगे। सभी दीवानों की समाप्ति के उपरान्त गुरु का लंगर वितरित किया जायेगा।
इस अवसर पर सिक्ख सेवक जत्था,सिख यंग मैन एसोसिएशन ,श्री सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी गुरुद्वारा साहब की सजावट लंगर बांटने और सभी तरह की सेवाएं करेंगी।