कोरोना की दूसरी लहर कमजोर हुई है,लेकिन इस समय भी अनेक प्रकार की चुनौतियां है। अनेक जनपदों में अब भी कोरोना संक्रमित मिल रहे है। इनकी संख्या कम हुई है। फिर भी इन जनपदों में सावधानी आवश्यक है। जो कोरोना संक्रमित लोग ठीक हुए है, उनको भी कतिपय स्वास्थ्य संबन्धी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ब्लैक फंगस का भी असर है। तीसरी लहर की आशंका बताई जा रही है। वैकिनेशन का कार्य भी तेज करना है। विषाणुजनित तथा जलजनित बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, कालाजार, इंसेफेलाइटिस का भी यही समय है। जाहिर है कि अभी अनेक प्रकार की समस्याएं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सभी के प्रबंधन को दुरुस्त करने में लगे है।
ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीटमेन्ट
योगी आदित्यनाथ ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीटमेन्ट की नीति पर क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रहे है। इससे प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सफलता मिल रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पॉजिटिविटी दर में लगातार कमी तथा रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। पोस्ट कोविड वार्ड में इन मरीजों के उपचार की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस से संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को दवा उपलब्ध कराई जाए।
विशेषज्ञों के भविष्य के आकलनों को देखते हुए राज्य में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किए जाएं। सीरो सर्विलांस हेतु प्रदेश में आगामी चार जून से व्यापक सर्वे का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत राज्य के सभी जनपदों के नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों से सैंपल लिए जाएंगे।
सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ के सहयोग से प्रदेश में कोविड-19 की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। इसके लिए अधिक संक्रमण वाले जनपदों से सैंपल सीडीआरआई को उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के प्रयासों में और तेजी लायी जाएगी। सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
जून में वैक्सीनेशन पर जोर
एक जून से प्रदेश के सभी जनपदों में अठारह से चवालीस वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ हो गया। अगले दिन से प्रत्येक जनपद में बारह वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के वैक्सीनेशन हेतु अभिभावक स्पेशल बूथ भी संचालित किए जाएंगे।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन हेतु स्थापित सभी केन्द्र निरन्तर संचालित रहने चाहिए।
कोविड वैक्सीनेशन की कार्यवाही जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर संचालित की जाए। वैक्सीनेशन की कार्रवाई व्यवस्थित ढंग से की जानी चाहिए। वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक रूप से हो। भीड़ भाड़ से बचने के लिए वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेण्टर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है।
गांवों के लिए कार्य योजना
निगरानी समितियों के योगदान से गांवों में सकारात्मक सुधार हुआ है। योगी आदित्यनाथ अनेक गांवों की यात्रा कर चुके है। वहां उन्होंने निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद किया। उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर तथा घनी आबादी के क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग का विशेष अभियान संचालित किया जाए।
इसी प्रकार सभी नगर निकायों में भी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य कराया जाए। जल-जमाव को रोकने के लिए नाले व नालियों की सफाई करा ली जाए। व्यापक रूप से स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के कार्य हेतु फायर ब्रिगेड तथा गन्ना विभाग के वाहनों एवं मशीनों का उपयोग किया जाए। UPCM MYogiAdityanath ने आज लखनऊ स्थित के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में कोविड टीकाकरण के महाअभियान का निरीक्षण किया तथा वैक्सीन के जीरो वेस्टेज के निर्देश दिए।