कोरोना से जंग के बीच देश आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राजपथ पर भी गणतंत्र दिवस का जश्न जारी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज (मंगलवार) सुबह राजपथ पर तिरंगा फहराया. परंपरा के मुताबिक, झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान हुआ और महामहिम को 21 तोपों की सलामी दी गई.
अब राजपथ पर देश के अदम्य शौर्य का प्रदर्शन यानी परेड शुरू हो गई है, जहां दुनिया भारत की सांस्कृतिक विरासत की झलक भी देख रही है. इससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भारत पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा. गणतंत्र दिवस पर इस बार कोई चीफ गेस्ट यानी विदेशी मेहमान नहीं है. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस बार गणतंत्र दिवस पर कई सारे बदलाव देखने को मिलेंगे.
राजपथ पर दिखी ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत, जिसका नेतृत्व कैप्नट कमरुल जमान ने किया. इस मिसाइल को रूस और भारत ने मिलकर तैयार किया है, जिसकी अधिकतम रेंज 400 किमी है.
कोरोना महामारी के कारण इस बार परेड की दूरी कम कर दी गई है. पहले परेड 8.2 किमी लंबी होती थी. ये विजय चौक से लालकिले तक जाती थी. इस बार 3.3 किमी लंबी होगी. विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी.
राजपथ में परेड में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया. इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल हैं. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे होने पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड में शामिल हुई है. गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी ने इस बार जामनगर की पगड़ी पहनी है. गुजरात के जामनगर के शाही परिवार ने उन्हें ये पगड़ी तोहफे में दी थी. नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने विजिटर्स बुक पर विचार लिखें. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे.