कानपुर देहात। कस्बा रसूलाबाद में आलू व्यापारियों की जमाखोरी से आलू के दाम आसमान छू रहे हैं। आलू का दाम 40 से ₹45 के बीच होने की वजह से आम आदमी की थाली से आलू मानो गायब हो चुकी है। एक तरफ जहां सरकार महंगाई की रोकथाम के लिए जामखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर उनपर लगाम लगाने के लिए प्रयासरत है वहीं दूसरी तरफ जमाखोरी करने वाले व्यापारी स्थानीय अधिकारीयों से सांठगांठ करके मुनाफाखोरी कर रहे हैं। कोरोना महामारी के चलते बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर व किसानों पर मंहगाई की दोहरी मार पड़ रही है।
स्थानीय अधिकारियों की बात करें तो सूचना देने के बावजूद अधिकारी जमाखोरों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं, जिसका लाभ उठाते हुए थोक व्यापारी आलू को मनमाने रेट में बेचकर खासा मुनाफा कमा रहे हैं। अगर समय रहते जिम्मेदारों ने इन जमाखोरों पर कार्यवाई नहीं की तो आलू समेत अन्य सब्जियां भी आम इंसान की थाली से बिल्कुल ही गायब हो जायेंगी।
रिपोर्ट-अवधेश कुमार सिंह