अयोध्या। अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान शहीद शिरोमणि चन्द्र शेखर आजाद (Shaheed Shiromani Chandra Shekhar Azad) के शहादत दिवस 27 फरवरी को सोलह सौ मीटर की दौड़ प्रतियोगिता आयोजित करेगा। सिविल लाइंस स्थित होटल अवंतिका में संस्थान की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष ज़फ़र इक़बाल तथा संचालन सेक्रेटरी विश्व प्रताप सिंह अंशू ने किया।
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संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शहीदों के अरमानों को नयी पीढ़ी तक पहुंचाने का खेल प्रतियोगिता एक बेहतरीन माध्यम है। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आज़ाद देश की आज़ादी की लड़ाई में क्रांतिकारी आंदोलन में कमांडर इन चीफ की भूमिका निभाई। आजाद काकोरी एक्शन से लेकर शहीद ए आज़म भगत सिंह के सभी एक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
श्री पाण्डेय ने बताया कि आजाद की शहादत को बदनाम करने के लिए उन्हें अपनी आत्महत्या करने का प्रचार अंग्रेजों की साज़िश थी। उन्होंने कहा कि आजाद के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उन्हें तीन गोलियां लगी थीं। बैठक में निर्णय लिया गया है कि दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वालों को क्रमशः इक्कीस सौ, ग्यारह सौ तथा आठ सौ रुपए नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र, मेडल एवं ट्राफी प्रदान की जाएगी।
दौड़ प्रतियोगिता डॉ अम्बेडकर स्टेडियम मकबरा फैजाबाद में 27 फरवरी को प्रातः 11 बजे से प्रारंभ की जाएगी। प्रतियोगिता के संयोजक प्रमेन्द्र सिंह तथा सहायक रोहित मिश्र बनाए गए हैं। बैठक में अनुज प्रधान, अब्दुल रहमान भोलू, प्रो कलीराम, मो जुनैद अहमद तथा मो इरफान अहमद, विकास सोनकर आदि मौजूद थे।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह