नई दिल्ली। जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स नाम देने के बाद राहुल गांधी ने जीडीपी को भी नया नाम दिया है। जीडीपी को लेकर नए अनुमान के बहाने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी और अरुण जेटली पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्वीट के जरिये तंज कसते हुए कहा है कि जेटली की प्रतिभा के साथ मोदी की Gross Divisive Politics (GDP)सकल विभाजनकारी राजनीति (जीडीपी) देश को कहां ले जा रही है।
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) को एक नया नाम दिया। उन्होंने एक ट्वीट में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में नया निवेश पिछले 13 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है।
- साथ ही बैंक के ऋण कारोबार में वृद्धि 63 वर्षों में निम्नतम स्तर पर है।
- उन्होंने कहा कि नौकरियों के मौके पिछले आठ सालों में सबसे कम हैं।
- सकल मूल्य वर्धन के आधार कृषि उत्पादन में वृद्धि की दर 1.7 फीसदी तक कम हुई।
- राजकोषीय घाटा पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा बढ़ा है।
- साथ ही परियोजनाएं भी बीच में लटकी हुई हैं।
- कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर भी पोस्ट की है।
- जिसमें कहा गया है कि देश के जीडीपी की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में चार
- साल के निचले स्तर पर रहने का अनुमान है।
- माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन की वजह से विनिर्माण क्षेत्र पर असर पड़ा है।
- कृषि उत्पादन कमजोर रहने से जीडीपी की वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर पर रह सकती है।
- केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने राष्ट्रीय लेखा खातों का अग्रिम अनुमान जारी करते हुए यह कहा है।
- पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही थी।
- जबकि इससे पिछले साल यह 8 प्रतिशत के ऊंचे स्तर पर थी. वर्ष 2014-15 में यह 7.5 प्रतिशत थी।