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मनोरंजन जगत में लैंगिक समानता पर बोले राम कपूर, कहा- यह हमेशा दर्शक ही तय करते हैं

राम कपूर टीवी की दुनिया के बड़े नाम हैं। उन्होंने टीवी पर एक से बढ़कर एक शो में काम किया है। इससे उन्हें घर-घर में पहचान मिली है। टीवी के अलावा वह फिल्मों में भी नजर आते रहे हैं। एक बार फिर वह फिल्म ‘युध्रा’ में नजर आने वाले हैं। फिल्मी दुनिया में लैंगिक समानता पर काफी बहस होती है। इस बीच अब राम कपूर ने भी इस पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता जरूरी नहीं है, क्योंकि यह दर्शकों द्वारा निर्देशित की जाती है।

मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता की जरूरत नहीं- राम कपूर
टीवी के स्टार अभिनेता ने कहा कि बॉलीवुड में अभिनेता भले ही अभिनेत्रियों से बड़ा रुतबा रखते हैं, लेकिन जब बात टीवी की आती है, तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि बात जब टीवी की आती है, तो वे अभिनेत्रियों के बाद दूसरे स्थान पर आते हैं और कोई भी इस पर सवाल नहीं उठाता। राम कपूर ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “मुझे नहीं लगता कि मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता की वास्तव में जरूरत है, क्योंकि हर उद्योग की एक खास गतिशीलता होती है और उस गतिशीलता को दर्शकों द्वारा निर्धारित किया जाता है।”

‘टीवी पर महिला कलाकारों का है दबदबा’
उन्होंने आगे कहा, ” मैं एक ऐसे उद्योग का हिस्सा रहा हूं, जहां महिलाओं का दबदबा है। 15 साल तक मैं टेलीविजन उद्योग का हिस्सा रहा, जहां महिला प्रधान भूमिकाएं पुरुष प्रधान भूमिका से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। छोटे पर्दे पर सब कुछ तुलसी और पार्वती के बारे में है। पुरुष प्रधान भूमिकाएं महिला प्रधान भूमिका के बाद दूसरे स्थान पर होती हैं, लेकिन उन पूरे 15 सालों में मैंने कभी भी वहां पुरुष प्रधान भूमिका की परवाह नहीं की।” अभिनेता ने आगे कहा कि दर्शक यही चाहते थे, इस लिए उनके लिए यह मायने नहीं रखता, फिर चाहे बॉलीवुड हो, जहां पुरुष बेहतर कर रहे हैं, या टेलीविजन हो, जहां महिलाएं बेहतर कर रही हैं।

कई ऐसे उद्योग हैं, जहां महिलाएं हावी हैं- राम कपूर
राम कपूर ने आगे जोड़ते हुए कहा कि मॉडलिंदग की दुनिया में पुरुष मॉडल महिला मॉडलों के करीब भी नहीं पहुंच सकते। उन्होंने कहा कि नाओमी कैंपबेल और सिंडी क्रॉफर्ड के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन पुरुष मॉडल किसी को भी याद नहीं होता। वहां कोई लैंगिक समानता के बारे में बात नहीं करता। अभिनेता ने कहा कि ऐसे बहुत से उद्योग हैं, जहां महिलाएं राज करती हैं और किसी को इससे बहुत ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर ज्यादा नहीं सोचते, यह हमेशा दर्शक ही तय करते हैं।

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