इस बार अयोध्या में जन्मभूमि में बने अस्थायी मंदिर में विराजित रामलला रामनवमी पर पीले वस्त्रों में भक्तों को दर्शन देंगे। रामनवमी इस बार गुरुवार को है। गुरुवार के दिन रामलला के लिए पीले वस्त्रों का दिन पहले से नियत है।
इस लिहाज से इस बार रामनवमी को भक्तों को रामलला पीले वस्त्रों में दर्शन देंगे। पीले रंग के विशेष परिधान बनाकर तैयार हो चुका है। इसमें विशेष रूप से गोटे लगाए गए हैं।
दरअसल रामजन्मभूमि में बने अस्थायी मंदिर में रामलला के लिए हर दिन के लिए अलग-अलग रंगों के वस्त्रों का दिन पूर्व निर्धारित हैं। सोमवार को सफेद रंग, मंगलवार को लाल रंग , बुधवार को हरे रंग , शुक्रवार को क्रीम , शनिवार को नीले और रविवार को रामलला गुलाबी रंग के वस्त्रों के साथ अपनी आभा बिखेरते हैं। यह सभी रंग ग्रहों के हिसाब से तय हैं।
पिछले 28 वर्षों से रामलला के वस्त्र तैयार करने वाले भगवत प्रसाद पहाड़ी कहते हैं कि रामनवमी के लिए पीले रंग के विशेष परिधान बनाकर तैयार कर चुके हैं। इसमें विशेष रूप से गोटे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिन तो निर्धारित रहता है लेकिन विवाह, जन्म जैसे शुभ अवसर पर पीले वस्त्र ही शुभ माने जाते हैं। इस बार वैसे भी संयोग से गुरुवार पड़ रहा है इसलिए पीले रंग का वस्त्र तैयार किया गया है।
लंबे इंतजार के बाद श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला का भव्य मंदिर की निर्माण प्रक्रिया जारी है। इस तरह से इस बार की रामनवमी पर भक्त अंतिम बार अस्थायी मंदिर में दर्शन कर पाएंगे। लंबे समय तक गुंबद से होते हुए, टेंट व अस्थायी मंदिर में रहने के बाद अगले वर्ष की रामनवमी में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके होंगे।