इस बार सावन दो महीने का है। इससे ज्यादा समय तक भक्तों का शिव मंदिरों में आना जाना लगा रहेगा। काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के लिए खास व्यवस्था हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सावन में विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ के मद्देनजर 32 टीमें गठित की है।
एक टीम में एक डॉक्टर, एक पैरामेडिकल स्टाफ और एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी होगा। धाम में दो बेड का अस्थाई अस्पताल भी बनाया गया है। धाम में किसी की तबीयत बिगड़ती है तो पहले अस्थाई अस्पताल में रखा जाएगा। वहां मरीज को स्टेबल कर मंडलीय अस्पताल भेजा जाएगा। अगर हालत ज्यादा गंभीर होगी तो सीधे बीएचयू रेफर किया जाएगा।
अबकी सावन में 15 जुलाई को शनि प्रदोष पड़ रहा है। इसी दिन मास शिवरात्रि भी है। संतान प्राप्ति के लिए इस दिन अभिषेक व शिव पूजन का विशेष्ज्ञ लाभ मिलता है। संतान पाने की इच्छा पूर्ण होती है। पुत्र की उन्नति के लिए प्रदोष व्रत शुरू करने के लिए भी यह दिन उत्तम है। ज्योतिषाचार्य वेदमूर्ति शास्त्रत्त्ी के अनुसार करीब 19 साल बाद अधिकमास में यह संयोग बना है। उन्होंने बताया कि श्रावण में 29 जुलाई को पुरुषोत्तम एकादशी है। इस दिन निर्जल रहकर बड़ादेव स्थित मंदिर में पुरुषोत्तम व शिव पूजन अधिक लाभप्रद होगा।
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि मरीजों के लिए धाम के गेट नंबर पर चार, बेनिया, कोतवाली थाना और दशाश्वमेध थाना के पास एक-एक एम्बुलेंस रहेगी। वहीं मंडलीय और जिला अस्पताल में 20-20 बेड रिजर्व रहेंगे। वहीं आस-पास के 12 अस्पतालों में बेड रिजर्व किए गए हैं। वहां की स्वास्थ्य टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है।