नई दिल्ली। भारतीय साहित्यिक विकास मंच के तत्वावधान में विशेष काव्य संध्या का आयोजन दिल्ली के श्री निवास पुरी स्थित राधा कृष्ण मंदिर में सम्पन्न हुआ। इस सुअवसर पर ‘अजय अज्ञात’ के संपादन में “शब्दांकुर प्रकाशन” से प्रकाशित साझा ग़ज़ल संकलन ” परवाज़-ए-ग़ज़ल” (Parvaz-e-Ghazal) का विमोचन भी हुआ। सहयोगी संस्थाओं के रूप में ” उरूज-ए-ग़ज़ल, पॉयसिस सोसाइटी फ़ॉर पोएट्री एवं अखिल हिंदी साहित्य संगम की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
लाला लाजपत राय की जयंती
- कार्यक्रम की शुरुआत में गणमान्य अतिथियों ने माँ शारदे के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया।
- छोटी बच्चियों निकिता शर्मा और भव्या शर्मा ने सरस्वती वंदना की।
- जयंती के अवसर पर लाला लाजपत राय के जीवन पर विजय स्वर्णकार जी ने अपने विचार रखे।
- मंच संचालन करते हुए ममता लड़ीवाल ने खूब तालियां बटोरी।
- कार्यक्रम में गीत ग़ज़ल,छंद समेत रचनाओं की अनेकों विधाओ में देश प्रेम की रसधार बही।
- वंदे मातरम के नारे के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ और उसकी गूंज के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।
इन्होने दी काव्य प्रस्तुति
काव्य गोष्ठी में दिल्ली एनसीआर से पधारे लगभग 25 कवि एवं कवियत्रियों ने अपनी सुनगर काव्य प्रस्तुति दी। जिसमें सुन्दर सिंह,प्रदीप गर्ग,कालीशंकर सौम्य,अख्तर गोरखपुरी,संजीव शर्मा,सुमित अग्रवाल, संजय तन्हा, आदर्श कुमार, विनोद कुमार वर्मा,सिकन्दर डेहरवी, सलीम सुहानवी,सिवा संदीप गढ़वाल, नीरज झा आदि कवियों ने देश प्रेम से ओत-प्रोत रचनाओं से खूब समां बांधा। गीत, ग़ज़ल, छंद हर तरह की विधा में देश प्रेम की रसधार खूब भी ।
गरिमामयी उपस्थिति
काव्य संध्या में अध्य्क्ष की भूमिका में रहे हरिद्वार के गीतकार ब्रजेन्द्र हर्ष,मुख्य अतिथि की भूमिका दिल्ली के ग़ज़लकार प्रेम बिहारी मिश्र ने निभाई,विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मुम्बई से पधारे त्रिभवन कौल,फरीदाबाद से पधारे अजय अज्ञात एवं गाज़िबाद से पधारे जगदीश मीणा समेत भारतीय साहित्यिक विकास मंच के संरक्षक विजय स्वर्णकार,आयोजकों में गुरचरन मेहता रजत,फैज़ बदायूँनी, ममता लड़ीवाल मौजूद रही।
रिपोर्ट : संजय कुमार गिरि
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