कोरोना के नए खतरे को देखते हुए मेघालय सरकार ने ब्रिटेन से लौटकर आने वालों के प्रवेश पर यहां प्रतिबंध लगा दिया है। विशेषज्ञों का दावा है कि कोरोना का दूसरा दौर अधिक भयानक है।
मेघालय स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पांच स्थानीय लोग 21 नवम्बर को इंग्लैंड से लौटे हैं। उनमें कोई लक्षण तो नहीं देखे गए हैं लेकिन एहतियात के तौर पर उन पांचों के नमूने लेकर लैब भेजे गए हैं। अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट अभी नहीं आई है। पांचों लोगों को घर में एकांतवास में रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि यूके में कोरोना ने भयानक रूप लेना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का दावा है कि कोविड -19 का दूसरा चरण अधिक खतरनाक है। कोरोना के दूसरे संस्करण को 70 प्रतिशत अधिक घातक के रूप में पहचान की गई है। भारत सरकार ने 31 दिसम्बर तक ब्रिटेन से सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा यूके से लौटने वाले सभी लोगों पर परीक्षण और निगरानी रखने की व्यवस्था की गई है। इसका असर पूर्वोत्तर में भी देखने को मिल रहा है। राज्य सरकारें कई एहतियाती कदम उठा रही हैं।
मेघालय के स्वास्थ्य मंत्री एल हेक ने राज्य के लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने का आग्रह किया है। उप मुख्यमंत्री प्रेस्टन तिनसॉन्ग ने कहा है कि मेघालय में कोरोना संक्रमण का ग्राफ धीरे-धीरे घट रहा है। हालांकि, सावधानी नहीं भूलनी चाहिए। मेघालय सरकार राज्य के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।