रूस के रक्षा मंत्री को पद से हटाने के विरोध में निजी सेना ‘वैगनर ग्रुप’ ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर दिया है। वैगनर के प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन ने दावा किया कि वह और उनके लड़ाके यूक्रेन की सीमा पार कर रूस के एक अहम शहर पहुंच गए हैं।
प्रीगोझिन ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह रोस्तोव-ओन-डॉन में स्थित रूसी सैन्य मुख्यालय में खड़े नजर आ रहे हैं। यह मुख्यालय यूक्रेन में युद्ध पर नजर रखता है। इस बीच, रूस के बिगड़ते हालात को लेकर दुनिया भर के तमाम देश अलर्ट हो गए हैं।
जर्मन सरकार का भी कहना है कि रूस की स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एडम हॉज ने कहा कि व्हाइट हाउस रूस और वैगनर बल की निगरानी कर रहा है। आगे चलकर जिस तरह के भी घटनाक्रम सामने आएंगे उस पर सहयोगी देशों के साथ चर्चा की जाएगी। इस बीच वैगनर समूह की बगावत से यूक्रेन को एक बड़ा मौका दिखने लगा है। दरअसल, वैगनर ही पिछले साल फरवरी से रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन में लड़ रहा था। माना जाता है कि यूक्रेनी शहर बखमुत को जीतने में वैगनर की बड़ी भूमिका रही। वैगनर लड़ाकों ने यूक्रेनी सेना को बखमुत से पीछे ढकेल दिया।
कई देशों की ओर से कहा गया कि वे रूस में हो रही घटनाओं पर करीबी से नजर बनाए हुए हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने वैगनर ग्रुप के भाड़े के सैनिकों की हरकतों के बाद शनिवार को यात्रियों के लिए सलाह जारी की, जिसमें पूरे रूस में अशांति के खतरे की चेतावनी दी गई। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘रोस्तोव क्षेत्र में सैन्य तनाव की जानकारी मिली है। देश भर में अशांति बढ़ने का खतरा है। साथ ही, ब्रिटेन लौटने के लिए मौजूदा फ्लाइट्स के विकल्पों की कमी भी है।’