रायबरेली। किलौली स्थित एसजेएस पब्लिक स्कूल में आज रुद्राभिषेक हुआ। एसजेएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने रुद्राभिषेक कर सबकी उन्नति की कामना की।रुद्राभिषेक में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूजा अर्चना की गई। इस साल कोरोना प्रोटोकॉल के चलते विद्यालय के समस्त अभिभावक और अध्यापक गण उपस्थित नही हो सके।
चैयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने कहा कि रुद्राभिषेक यूं तो कभी भी किया जाए यह बड़ा ही शुभ फलदायी माना गया है। लेकिन सावन में इसका महत्व कई गुना होता है। शिवपुराण के रुद्रसंहिता में बताया गया है कि सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना विशेष फलदायी है। रुद्राभिषेक में भगवान शिव का पवित्र स्नान कराकर पूजा-अर्चना की जाती है। यह सनातन धर्म में सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है, जिसका फल तत्काल प्राप्त होता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी कष्टों का अंत करते हैं और सुख-शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं।
रुद्राभिषेक में विद्यालय के सचिव(प्रशासन) अग्रज सिंह एसजेएस स्कूल रायबरेली की प्रधानाचार्या डॉक्टर बीना तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। किलौली एसजेएस की प्रधानाचार्य अमिता पांडेय ने भगवान से इस महामारी को दूर करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि भले ही पूरी दुनिया इस महामारी से लड़ रही हो लेकिन इस कठिन समय में भी हम अपने विद्यालय के बच्चों की शिक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे तथा बच्चों की शिक्षा सुचारू रूप से चलती रहे इसका हर एक संभव प्रयास करेंगे। इस पूजा को संपन्न कराने में सुनील श्रीवास्तव का बड़ा सहयोग रहा। शिवांगी मिश्रा, शिवानी सिंह, संगीता चौरसिया, पूजा वर्मा ,रूपा बाजपेई शिवानी सिंह आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा