शिक्षण संस्थानों से संबंधित कार्यक्रमों में योगी आदित्यनाथ भारतीय संस्कृति शौर्य व विरासत की प्रेरणा अवश्य देते है। पिछले दिनों उन्होंने लखनऊ सैनिक स्कूल के समारोह में भी इन्हीं बातों पर बल दिया है। योगी आदित्यनाथ ऐसे विचार केवल विद्यार्थियों के बीच ही व्यक्त नहीं करते है,वह शिक्षण संस्थानों के भवन की स्थापत्य व कक्ष आदि के नामकरण को भी उसी के अनुरूप रखने पर बल देते है।
उनका मानना है कि इस प्रकार के वातावरण से विद्यार्थियों में राष्ट्रीय स्वाभिमान का जागरण होता है। बड़े होकर वह आदर्श देशभक्त नागरिक बनते है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में बन रहे सैनिक स्कूल की प्रगति समीक्षा में भी यही निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि सैनिक स्कूल के भवन का वास्तु भारतीयता और यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बने। इसके अन्तर्गत निर्मित किए जाने वाले विभिन्न ब्लॉकों का निर्माण व नामकरण भारत के प्रेरणादायी महापुरुषों, वीरांगनाओं, स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के शौर्य और पराक्रम की गौरवगाथा पर आधारित हो।
समयबद्ध निर्माण
साथ निर्माण की प्रक्रिया समयबद्ध व चरणबद्ध ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोरखपुर के जिलाधिकारी से संवाद किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के प्रस्तावित सैनिक स्कूल की स्थापना सम्बन्धी कार्यवाही को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
भविष्य के अनुकूल
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सैनिक स्कूल की स्थापना हेतु डिजाइन तथा अनावासीय व आवासीय भवनों का निर्माण भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत किया जाए।
भवन में सैनिक स्कूल के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री के समक्ष आज यहां उनके सरकारी आवास पर प्रस्तावित सैनिक स्कूल, गोरखपुर की डिजाइन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। जिस पर उन्होंने कुछ संशोधनों के साथ तेजी से कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।