माफिया अतीक की हत्या के बाद उसकी बेनामी संपत्तियों पर कार्रवाई होने जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले को लेकर सक्रिय हो गया है। जिला प्रशासन से ईडी ने अतीक गैंग के गुर्गों की संपत्ति का पूरा ब्योरा मांगा है। जिला प्रशासन ने पुलिस व राजस्व विभाग की मदद से अतीक गैंग से जुड़े लोगों की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।
माफिया अतीक अहमद की गैंग में कौशाम्बी के दर्जनों लोग शामिल हैं। इनमें एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख के अलावा अन्य नामी-गिरामी लोग हैं। कौशाम्बी के चार डॉक्टर भी सूचीबद्ध किए गए हैं। इनकी जांच अब भी चल रही है। अतीक गैंग में शामिल सदस्यों की संपत्ति जनपद के चायल, सिराथू, पिपरी, सरायअकिल व चरवा में बड़े पैमाने पर है।
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हाईवे पर भी इस गैंग के सदस्यों की संपत्ति है। यह संपत्ति पुश्तैनी नहीं है, बल्कि दस साल के भीतर बनाई गई है। हाईवे पर कई ऐसी जगह है, जहां जबरन कब्जा कर निर्माण कार्य कराया गया है। अब इन संपत्तियों का हिसाब-किताब इकट्ठा किया जा रहा है।
अतीक अहमद के खिलाफ प्रयागराज प्रवर्तन निदेशालय मनी लांड्रिंग के केस में अतीक और उसके गैंग के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। ईडी के असिस्टेंट डॉयरेक्टर व विवेचक सौरभ कुमार ने जिला प्रशासन से माफिया अतीक अहमद व उसके गैंग की संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है।
इतना ही नहीं यह भी जानकारी मांगी गई है कि यदि पूर्व में माफिया अतीक अहमद अथवा उसके गैंग की कोई संपत्ति कुर्क की गई है तो उसकी भी जानकारी दी जाए। डीएम सुजीत कुमार ने तीनों तहसीलों के उपजिलाधिकारियों, एसपी व एएसपी से सूचना मांगी है कि यदि अतीक अहमद अथवा उसके गैंग की संपत्ति की जानकारी है तो इसकी रिपोर्ट दी जाए।