दुनिया भर में अमेरिका, भारत और ब्राजील तीन ऐसे देश हैं, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. अमेरिका में कोरोना केसों की संख्या जहां तीन करोड़ के ऊपर है, वहीं भारत में 2 करोड़ से ज्यादा और ब्राजील में करीब डेढ़ करोड़ मामले आए हैं. इन देशों में बढ़ते कोरोना केसों के चलते, दूसरे देश अब दूरी बनाने लगे हैं. इसी क्रम में सउदी अरब ने ब्राजील के 11 पॉल्ट्री फार्म से अंडे और चिकन के आयात पर रोक लगा दी है. इस फैसले के बाद ब्राजील को तगड़ा झटका लगा है.
रॉयटर्स की एक खबर के मुताबिक, अंडे और चिकन पर बैन लगाने के बाद सउदी अरब ने न तो कोई वॉर्निंग जारी की और न ही कोई एक्सप्लेनेशन जारी की है. दुनिया की सबसे बड़ी ब्राजीलियन मीट कंपनी JBS SA ने कहा है कि हां, इस फैसले से फर्क पड़ा है लेकिन उसने ये बताने से मना कर दिया है कि कितने प्लांट पर ये असर हुआ है.
अंडे और चिकन के निर्यात पर ये रोक 23 मई तक लगाई गई है और ये फैसला सउदी अरब के फूड एंड ड्रग अथॉरिटी ने लिया है. हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि ये फैसला कोरोना के चलते नहीं बल्कि घरेलू इंडस्ट्री को बूस्ट करने के लिए लिया गया है. क्योंकि अरब देशों में बड़ी मात्रा में हलाल मीट आयात किया जाता है और इस फैसला से देसी कंपनियों को फायदा हो सकता है. इस मामले में ब्राजील सरकार की ओर से जो स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि सउदी अरब का ये फैसला वाकई चौंकाने वाला है. सरकार ने कहा है कि वह इस बैन और अचानक लिए गए फैसले पर सउदी सरकार से बात कर रहे हैं.
इसके साथ ही ब्राजील सरकार ने कहा कि सउदी सरकार ने इस फैसले के बारे में पहले से कोई भी सूचना नहीं दी है. न ही उन्होंने आयात बैन के फैसले पर कोई जस्टिफिकेशन दिया है.