रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजे आ गए हैं. इस बैठक में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है. इसके बाद अब रेपो रेट 5.75 फीसदी से घटकर 5.40 फीसदी हो गया है. केंद्रीय बैंक के इस फैसले के बाद बैंकों पर ब्याज दर कम करने का दबाव बढ़ गया है. इस बीच, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने ब्याज दर में कटौती के लिए कदम भी उठा लिया है. एसबीआई की इस पहल का फायदा बैंक के करोड़ों ग्राहकों को मिलेगा. आइए समझते हैं कि एसबीआई के फैसले के बारे में-
दरअसल, RBI ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती की है. वहीं SBI ने ब्याज दर में 0.15 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 1 साल की नई मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट 8.25 फीसदी हो गई है. बता दें कि होम लोन की दर 1 साल की MCLR पर ही तय होती है. एसबीआई के बयान के मुताबिक, ”सभी समय अवधि पर MCLR की दर में 0.15 फीसदी की कटौती की गई है. ये नई दरें 10 अगस्त से लागू होंगी.”
एसबीआई के इस फैसले के बाद होम लोन और ऑटो लोन सस्ता हो गया है. वहीं जिन लोगों का लोन पहले से चल रहा है उनकी भी ईएमआई कम हो जाएगी. यहां बता दें कि इस वित्त वर्ष में एसबीआई ने चौथी बार MCLR में कटौती की है. इस तरह अब तक बैंक की ब्याज दर में 0.35 फीसदी की कटौती हो चुकी है.