फिरोजाबाद में बुधवार को एक सिपाही का हाईप्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला. पुलिस लाइन में सिपाही को जब खाना अच्छा नही मिला तो वह थाली और उसमें रखे खाने को लेकर सड़क पर आ गया और उसने पूरे पुलिस महकमे की पोल खोल कर रख दी. उसने रो कर अपना दर्द बयां किया. सिपाही का कहना था उसे घटिया खाना दिया गया है. वह अधिकारियों से शिकायत भी कर चुका है लेकिन अफसर उसकी बात को सुनने के लिए तैयार नही है. सिपाही के इस हाईप्रोफाइल ड्रामे का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.
सिपाही का नाम मनोज कुमार है जो कि न्यायालय सुरक्षा में तैनात है. सिपाही ने बुधवार की दोपहर हाथ मे भोजन की थाली के साथ जमकर हंगामा किया. सिपाही के हंगामे को देखकर भीड़ इकट्ठी हो गयी और लोग वीडियो भी बनाने लगे. सिपाही का आरोप है कि उसे जो खाना दिया गया है वह बेहद घटिया है. दाल के नाम पर सिर्फ पानी है और रोटियां ऐसी है जिन्हें कुत्ते भी नही खा सकते है, इंसानों को तो छोड़िए. सिपाही का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने सिपाहियों के पौष्टिक आहार भत्ता बढ़ाया है जिससे आरक्षियों को अच्छी गुणवत्ता का पोष्टिक भोजन मिल सके लेकिन यहां पुलिस लाइन के मैस में बेहद घटिया भोजन परोसा जा रहा है.
सिपाही ने बताया कि वह एसएसपी से लेकर अन्य बड़े अधिकारियों तक अपनी बात रख चुके है लेकिन कोई सुनने वाला नही है. उल्टे पुलिसलाइन के प्रतिसार निरीक्षक उन्हें बर्खास्त करने की धमकी दे रहे है. सिपाही का हंगामा बढ़ता देख एक दारोगा ने सिपाही से चलने को भी कहा लेकिन सिपाही का कहना था कि वह कहीं नही जायेगा जिसे आना हो वह यहां आकर मेरी बात सुने.
बाद में पुलिस की गाड़ी सिपाही को जबरन बैठाकर साथ ले गयी. यह घटना पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बनी है. सिपाही का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि इस मामले में कोई भी पुलिस का बड़ा अधिकारी कैमरे के सामने आने को तैयार नही है. हालांकि पुलिस के सोशल मीडिया सेल ने जानकारी दी है कि मामले की जांच सीओ लाइन को सौंपी गयी है.
रिपोर्ट-मयंक शर्मा