Breaking News

बेटी दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन

चंदौली। पीडीडीयू नगर बेटी दिवस के अवसर पर श्री सेवा सामाजिक संस्था निःशुल्क चिकित्सालय में एक गोष्ठी का आयोजन समाज सेवी सतीश जिन्दल की अध्यक्षता में हुआ जिसमें भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के सह सयोंजक,नीमा प्रदेश प्रवक्ता डॉ ओ पी सिंह ने कहा कि अपनों की तकलीफों को दूर करने के लिए उनकी खुशी के लिए हर मुमकिन कोशिश करती है बेटियां परिवार में ही नहीं समाज में भी कोई विपदा आने पर अपनी महत्व भूमिका निभाती है।अब तो बेटियां अंतरराष्ट्रीय जगत में देश का गौरव बन रही है और साबित कर रही है कि वे किसी से कम नहीं है।बेटियां कैसी-कैसी मिसाल कायम कर रही हैं।

कोरोना के संकट काल में बेटियों ने अपनों की परेशानियों को कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,ऐसे में कई उदाहरण हम अपने आसपास देख सकते हैं,जब बेटियों ने अपने परिवार की समस्याओं का समाधान किया। कोरोना संक्रमण की शुरुआत में एक बेटी ज्योति कुमारी अपने बीमार पिता को साइकिल पर गुरुग्राम से बिहार तक ले आई।इस बेटी के हौसले ने सबको हैरान कर दिया था।कुछ इस तरह उड़ीसा के कटक की रहने वाली एक कॉलेज छात्रा विष्णु प्रिया अपने परिवार का संबल बनी।

दरअसल उसके ड्राइवर पिता की नौकरी कुछ महीनों पहले ही लॉकडाउन के चार कारण चली गई थी।विष्णु प्रिया ने घर की आर्थिक जिम्मेदारी संभाली।वह नामी फूड डिलीवरी एप के लिए के लिए खाना डिलीवर करने का काम करने लगी।इस काम के लिए बाइक चलाना भी विष्णु प्रिया ने सीखा।ऐसी कई मिसाले कोरोना काल में देखने सुनने को मिली,जहां संकटकाल में बेटियां अपनों का संबल बनी हैं।

बेटियां सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों को लेकर ही संवेदनशील नहीं होती, वह जहां भी किसी को दुखी परेशान देखती है,मदद के लिए हाथ थामती की है।वे पूरे समाज को अपने परिवार मानती है,गोष्ठी में डॉ मनोज सिंह शिव कुमार अग्रवाल,देशदीप मित्तल पूर्व उपाध्यक्ष भाजपा आलोक सिंह,डॉ रमेश उपाध्याय,डॉ संतोष,विष्णुपटेल आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट-सरदार रोशन सिंह

About reporter

Check Also

शरीर पर नीले निशान…पीटते-पीटते ले ली जान; हैवान बने किशोर के चंगुल से नहीं बच पाया आर्यन

मैनपुरी:  मैनपुरी की कांशीराम कॉलोनी में एक साल के मासूम आर्यन की बेरहमी से हत्या ...