कोरोना वायरस की महामारी की वजह से भारत और अन्य देशों में यात्रा पर लगे प्रतिबंध की वजह से विमानन कंपनियों पर बहुत अधिक असर हुआ है. अब इसका असर एयर इंडिया के कर्मचारियों पर भी पड़ने जा रहा है.
एयर इंडिया अपने कर्मचारियों को 6 महीने से लेकर 60 महीने की लीव विदाउट पे पर भेजने की तैयारी कर रही है. इसके लिए एयर इंडिया बोर्ड की मंजूरी मिल गई है. एयरलाइन संकट से उबरने और लागत घटाने के लिए ये स्कीम लेकर आई है. बता दें कि एयर इंडिया ने ये कदम ऐसे समय उठाया है, जब केंद्र सरकार एयरलाइन को बेचने की कोशिश कर रही है.
एयर इंडिया द्वारा 14 जुलाई को जारी आदेश में कहा गया है कि मुख्यालय में विभागों के प्रमुखों के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालयों के निदेशक उपरोक्त कसौटियों के आधार पर प्रत्येक कर्मचारी का मूल्यांकन किया जाएगा और बिना सैलरी अनिवार्य अवकाश के विकल्प के मामलों की पहचान करेंगे.
मैनेजमेंट कर्मचारी की उपयुक्तता, एफिसिएंशी, कॉम्पिटेंस लेवल, परफॉर्मेंस क्वॉलिटी, हेल्थ स्टेटस और छुट्टियों के रेकॉर्ड का आकलन करेगा. इसके बाद ही किसी कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया जाएगा.
कोरोना संकट से निपटने के लिए देशभर में लंबे समय तक लॉकडाउन लागू रहा. इस दौरान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी प्रतिबंध रहा. इससे विमानन क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ. सभी एयर लाइंस कंपनियां भारी आर्थिक संकट से गुजर रही हैं.
भारत की सभी विमानन कंपनियों ने वेतन में कटौती, बिना वेतन छुट्टी पर भेजने, कर्मचारियों को निकालने सहित अन्य उपाय खर्चों में कटौती के लिए के लिए किए हैं. उदाहरण के लिए गो एयर ने अप्रैल से अपने अधिकतर कर्मचारियों को बिना वेतन अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया है.