बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के आंवला का रहने वाला पेंटर तौहीद खान का दोस्त कराची का छात्र फैजान डोगर है।फैजान पाकिस्तानी राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा बताया जा रहा है। यह कट्टरपंथी विचारधारा वाला संगठन माना जाता है। जम्मू कश्मीर मामले में नरमी बरतने पर अक्सर पाकिस्तानी सरकारों के विरोध में ये संगठन खड़ा हो जाता है। इसके अलावा गुजरात के धार्मिक संगठनों से भी उसका जुड़ाव निकल रहा है।
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सोशल मीडिया एकाउंट पर की गई जांच पड़ताल से पता चला है कि फैजान डोगर स्नातक का छात्र है और कराची का रहने वाला है। गुजरात में सक्रिय संगठन एसडीआई के कार्यक्रम से संबंधित पोस्ट फैजान ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर की है, लेकिन यह पोस्ट पुरानी है। पोस्ट से पता चलता है कि फैजान पहले से भारत और यहां के संगठन को लेकर सक्रिय है।
कार्यक्रम के पोस्टर पर एसडीआई गुजरात का लोगो लगा है। कई और संगठनों के नाम भी लिखे हैं।पोस्टर पर एक मोबाइल नंबर दिया गया है, जिससे व्हाट्सएप ब्रॉडकास्ट किया जाता है। जैसा कि दिखाया गया है कि इससे इस्लामिक वेलफेयर मिशन के तहत ब्रॉडकास्ट किए जाते हैं। ब्रॉडकास्ट में किस तरह की चीजें शेयर की जाती हैं, यह जांच का विषय है। इस कार्यक्रम के पोस्टर फैजान तक कैसे पहुंचे और आंवला निवासी तौहीद इन संगठनों से जुड़ा है या नहीं, इसकी जांच एनआईए कर रही है।
बता दें कि रविवार को लखनऊ एनआईए की टीम ने आंवला में तौहीद खान के घर दबिश दी और पांच घंटे तक पूछताछ की थी। टीम तौहीद का मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज साथ ले गई थी।अब तौहीद को पूछताछ के लिए तलब किया गया है।तौहीद सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा सक्रियता की वजह से एनआईए के रडार पर आया है। तौहीद की दोस्ती कराची के फैजान डोगर से है, जिसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।
तौहीद खान ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए सफाई दी। तौहीद ने कहा कि उसे नगर व मोहल्ले के लोग अजीब नजरों से देख रहे हैं। उस पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। परिचित लोग ही उससे करोड़ों की फंडिंग के बारे में सवाल पूछ रहे हैं। उसके घर की हालत कोई नहीं देख रहा। एनआईए के लोग उसके सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों साथ ले गए हैं। उसे कुछ कागज दे गए हैं जो अंग्रेजी में हैं। उन्हें वो पढ़ नहीं सकता। वह इन्हें लेकर ही पांच जुलाई को लखनऊ जाएगा। तौहीद ने किसी और को कागज दिखाने से इनकार कर दिया।
तौहीद ने बताया कि टीम के अधिकारियों ने किसी दानिश नाम के व्यक्ति के बारे में उससे कई बार पूछताछ की। घर में घुसते ही सबसे पहले उससे कहा यही कहा कि घर में जो भी विदेशी करेंसी और असलहे हैं, उनको निकाल दो। अगर उन्होंने निकाले तो बहुत परेशानी होगी।
तौहीद के मुताबिक एक बार चैटिंग के दौरान उसने नासमझी में देश की सरकार के बारे में कुछ गलत कमेंट कर दिया था। अब वह नहीं समझ पा रहा किस वजह से उसके यहां छापा मारा गया। सोमवार का तौहीद खान के घर उसके मिलने वालों व रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहा। जो भी घर आ रहा था, उससे दर्जनों सवाल पूछ रहा था। रविवार को छापे के दौरान टीम ने घर के अंदर चीजों को खंगाला था। सोमवार को पूरे दिन घर के सदस्य बिखरे हुए सामान को व्यवस्थित करने में लगे रहे।