खागा-फतेहपुर । किशुनपुर थाने के बरार मजरे बलवंतपुर गांव में दोपहर दो बजे बिजली की स्पार्किंग से एक मकान में आग लग गई। घर के बाहर का छप्पर धूं-धूं कर जलने लगा तो घर वाले गृहस्थी बचाने के चक्कर में छप्पर के नीचे सो रही बच्चियों को भूल गए। जलता छप्पर बच्चियों के ऊपर गिरा जिससे दोनो बच्चियां बुरी तरह से झुलस गई। पीड़ित दोनों बच्चियों को परिजन कानपुर, हैलेट लेकर जा रहे थे। तभी रास्ते में एक बच्ची की मौत हो गई।
बलवंतपुर मजरे बरार गांव निवासी मघई कोरी के मकान में अचानक आग लग गई। बताते हैं मकान के छत पर एक झोपड़ी बनी हुई है। मघई की 10 वर्षीय पुत्री संतोषी देवी तथा उसकी भांजी मंदाकिनी (05) पुत्री नत्थू निवासी बांदा उसी में सो रही थी। अपराह्न ढाई बजे करीब अचानक झोपड़ी में आग लग गई। ग्रामीणों की मानें तो छप्पर से छूकर निकले बिजली के तारों में अक्सर स्पार्किंग हुआ करती थी। आशंका जाहिर की जा रही है विद्युत स्पार्किंग से आग लगी है। मुहल्ले के लोगों ने एक निजी ट्यबवेल से पानी लाकर आग पर काबू पाया। गंभीर रुप से झुलस चुकी दोनों बच्चियों को उपचार के लिए रक्षपालपुर कस्बा स्थित एक निजी चिकित्सक को दिखाने के बाद परिजन उन्हे कानपुर, हैलेट लेकर जा रहे थे। रास्ते में गंभीर रुप से झुलसी संतोषी देवी पुत्री मघई की मौत हो गई। थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह का कहना था एक बच्ची की मौत हुई है। दूसरी बच्ची को उपचार के लिए परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया है। कहना था घटना की लिखित तहरीर नहीं मिली है।
रिपोर्टः डॉक्टर जितेंद्र तिवारी