आयकर विभाग ने एक हजार करोड़ रूपये के कथित बेनामी जमीन सौदे और कर चोरी के मामले की जांच के संबंध में राजद प्रमुख लालू प्रसाद की सांसद बेटी मीसा भारती और उनके पति को सम्मन जारी किये।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ जब प्रवर्तन निदेशालय ने 22 मई को चार्टर्ड एकाउंटेंट राजेश कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। अग्रवाल ने लालू के परिजनों से जुड़े अवैध लेनदेन में कथित रूप से मदद की थी।
पेश होने को कहा था:-
अधिकारियों ने कहा कि विभाग ने राज्यसभा सदस्य मीसा और उनके पति शैलेश कुमार से जून के पहले सप्ताह में यहां जांच अधिकारी के सामने पेश होने को कहा। विभाग ने 16 मई को इस मामले से जुड़ी करीब दो दर्जन संस्थाओं के कई परिसरों पर छापे मारे थे और दस्तावेज तथा कम्प्यूटर हार्डवेयर जब्त किये थे।
किये बेनामी सौदे;–
उन्होंने कहा कि मीसा और कुमार को सम्मन जांच का हिस्सा हैं और उनके बयान दर्ज किये जाएंगे।
दंपति का कथित रूप से एक फर्म मैसर्स मिस्हेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड से संबंध हैं जिस पर संदेह है कि उसने दिल्ली के बिजवासन क्षेत्र में एक फार्म हाउस खरीदने के लिए बेनामी सौदे किये। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य संपत्ति सौदे भी आयकर अधिकारियों की जांच के दायरे में हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा था कि वे इस मामले में नये लागू बेनामी लेनदेन कानून 1988 के प्रावधान लागू करेंगे । यह कानून पिछले साल एक नवंबर को अमल में आया है। कानून में अधिकतम सात साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
हालांकि राजद प्रमुख छापों के बाद बेपरवाह होकर सामने आए थे और उन्होंने कहा था कि वह ‘‘बिल्कुल नहीं डरते’’ और ‘‘फासीवादी ताकतों’’ के खिलाफ जंग जारी रखेंगे।