मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर (Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple) की बावड़ी गिरने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 35 तक पहुंच गया है। वहीं, 18 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार सुबह बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे में घायल हुए पीड़ितों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे और उनका हाल-चाल जाना।
अधिकारियों के मुताबिक, इंदौर शहर के पटेल नगर इलाके में स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर (Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple) में रामनवमी पर हवन कार्यक्रम था। इस दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा हो गई। इसी बीच बावड़ी की छत धंस गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था। छत संभवत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी। 40 फुट गहरी बावड़ी में चार से पांच फुट पानी था। यह मंदिर करीब 60 वर्ष पुराना है।
अधिकारियों के मुताबिक, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सेना के 70 जवानों की टीम ऑपरेशन में लगी हुई है। वे बावड़ी से पानी निकालने में लगे हुए हैं और घटना के बाद लापता हुए लोगों की तलाश जारी है।
इंदौर कलेक्टर डॉ. इलियाराजा टी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”18 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 2 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। 35 लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति अब भी लापता है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सर्च और और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।”