भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के प्रमुख सौरव गांगुली को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. उनकी हालत अब स्थिर है. गांगुली की हृदय धमनियां अवरुद्ध होने के बाद गुरुवार को उनकी फिर से एंजियोप्लास्टी की गई और दो स्टेंट डाले गए थे. रविवार सुबह डॉक्टरों ने जांच करने के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत दी.
जाने-माने हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. देवी शेट्टी और डॉ. अश्विन मेहता समेत डॉक्टरों की एक टीम ने गांगुली (48) की गुरुवार को एंजियोप्लास्टी की थी. अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, “गांगुली की सेहत ठीक है और उनका हृदय सामान्य व्यक्ति की भांति सेहतमंद है. उनका स्वास्थ्य बहुत तेजी से ठीक हुआ है और हमें उम्मीद है कि कुछ ही दिन में वह सामान्य जीवन जी सकेंगे.’’ उन्होंने कहा कि गांगुली को सख्त दिनचर्या नियमित रखनी पड़ेगी और कुछ महीने दवाइयां लेनी पड़ेगी.
हृदय संबंधी दिक्कतों के कारण गांगुली बुधवार को एक महीने में दूसरी बार अस्पताल में भर्ती हुए थे. इससे पहले 2 जनवरी को उन्हें दिल का हल्का दौरा पड़ा था और उनके ‘ट्रिपल वेसल डिजीज’ से पीड़ित होने का पता चला था. उस दौरान धमनी में अवरोध को दूर करने के लिए उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी और एक स्टेंट डाला गया था.
गांगुली बीसीसीआई के 39वें अध्यक्ष हैं. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उम्मीद है कि पूर्व भारतीय कप्तान जल्द ही बोर्ड की गतिविधियों में हिस्सा लेना शुरू कर देंगे. अगले महीने 18 फरवरी को आईपीएल ऑक्शन के अलावा बीसीसीआई विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन करने जा रहा है. 87 सालों में पहली बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो रहा है. हालांकि गांगुली रणजी के आयोजन के पक्ष में थे क्योंकि चार दिवसीय मुकाबले में खिलाड़ियों को करीब डेढ़ लाख रुपये मिलते हैं.