महराजगंज(रायबरेली)। शनिवार को पहरेमऊ व खैरहना गांव के बीच स्थित एक बाग से ग्रामीणों की मुस्तैदी के चलते गौ तस्करों के द्वारा गोकशी के लिए ले जाए जा रहे लगभग एक दर्जन गोवंशों को बचाया गया। जिसमें पांच गौ तस्करों को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन इन तस्करों का मुख्य सरगना अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
गौ तस्करों की सूचना देने के घंटो बाद पहुंची पुलिस
शनिवार लगभग शाम 4:00 बजे गौ तस्करों द्वारा पहरेमऊ व खैरहना गांव के बीच स्थित एक बाग में झाड़ियों के बीच गोवंशों को बांधा जा रहा था। जिस पर ग्रामीण युवक पिंटू सैनी की नजर पड़ी तो उसने गांव के ही युवक मोहन, रिंकू सैनी, राजकुमार चौरसिया, विनय सिंह, ऋषि सिंह आदि को यह बात बताई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देना मुनासिब नहीं समझा क्योंकि गौ तस्करों के भाग जाने का अंदेशा ग्रामीणों को पहले से ही था। जिससे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना नहीं दी और रात होने तक गौवंशों को ले जाते हुए गौ तस्करों को रंगे हाथों पकड़ने का फैसला लिया।
- रात्रि करीब 10:00 बजे के लगभग गौ तस्करों द्वारा एक ट्रक मंगवाया गया जो गांव पहुंचने ही वाला था कि ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से गौ तस्करों को चारों तरफ से घेर लिया और गौ तस्करों के साथ पकड़े गए गोवंशों को पेड़ों से बंधवा दिया।
- वही अंधेरे का फायदा उठाकर गौ तस्करों का मुख्य सरगना अख्तर पुत्र पुत्तन खाँ निवासी इमामगंज मजरे खैरहना भागने में सफल हो गया और गोवंशों को गोवध के लिए ले जाने वाले ट्रक को रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा।
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मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया
घटना की सूचना ग्रामीणों ने कोतवाली पुलिस को दी लेकिन कोतवाली पुलिस द्वारा घटनास्थल पहुंचने में घंटों का वक्त लग गया जिससे ग्रामीणों में कोतवाली पुलिस के प्रति भारी आक्रोश देखने को मिला। वही ग्रामीणों द्वारा गोकशी के लिए गौ तस्करी के मुख्य आरोपी अख्तर खान को गिरफ्तार किए जाने की मांग की। वही आज पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इन गौ तस्करों को जेल भेज दिया।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा/राजन प्रजापति