प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कार्य कर रहे. योगी आदित्यनाथ ने इसमें उत्तर प्रदेश का योगदान प्रारंभ में ही निर्धारित कर दिया था. वह यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का प्रदेश बनाने की कार्ययोजना पर कार्य कर रहे हैं. इस क्रम में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
👉भीषण गर्मी को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एड्वाइजरी
लोक भवन में औद्योगिक विकास नीति तथा खाद्य प्रसंस्करण नीति के अन्तर्गत निवेशकों को 232 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि ‘मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र योजना’ के अन्तर्गत उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए. कार्यक्रम के दौरान उद्यमियों ने प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था, सिंगल विण्डो सिस्टम, श्रम कानून में सुधार जैसी सुविधाओं के कारण उद्यम सुगमता के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश विकास की एक लम्बी छलांग लगा रहा है। वर्ष 2018 में जब उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट होनी थी, उस समय उत्तर प्रदेश का वार्षिक बजट 04 लाख 27 हजार करोड़ रुपये का था। हमें 04 लाख 68 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए। 2023 में आयोजित की गई उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
👉ग्रामीण पर्यटन केन्द्र के साथ “योगा केंद्र” के रूप में परिलक्षित हों अमृत सरोवर : केशव प्रसाद मौर्य
इन प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग कराने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है। देश-विदेश के उद्यमियों के साथ संवाद बनाया गया. प्रत्येक प्रस्ताव को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके दृष्टिगत निवेश सारथी, निवेश मित्र जैसे पोर्टल बनाए गए हैं. प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री इन्टर्नशिप योजना शुरू की है।
इस योजना के अन्तर्गत उद्योगों द्वारा अनस्किल्ड मैनपावर को रखने और प्रशिक्षण प्रदान करने का आधा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। प्रदेश में अगले एक वर्ष के अन्दर साढ़े सात लाख युवाओं को इस योजना के तहत जोड़ा जाएगा।
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री