राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी बदायूं में पीडि़त परिवार से मिलने पहुंची. यहां उन्होंने परिवार वालों से बातचीत की और घटना की बारे में जानकारी ली. लेकिन इस बीच उन्होंने मदद की बात तो की मगर अजीबोगरीब बयान भी दिया.
चंद्रमुखी ने कहा कि किसी के प्रभाव में महिला को कहीं नहीं जाना चाहिये और शाम को तो बिल्कुल नहीं. इस बयान के बाद सवाल अब ये उठ रहा है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य पीडि़त परिजनों को हौसला देने गई थी या फिर उन्हें सीख देने.
गौरतलब है कि बदायूं में आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिला के साथ तीन जनवरी को गैंगरेप किये जाने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार कथित तौर पर महिला के साथ मंदिर में इस वारदात को अंजाम दिया गया. यही नहीं इस घटना में मंदिर का एक महंत भी शामिल है.