रायबरेली। दबंग और मनबढ बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव की कूटरचना और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा मौन धारण एक प्रकार से इस उद्दण्ड शिक्षक को मौन समर्थन है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के इस मौन पर कार्यवाही हेतु धरना-प्रदर्शन किया गया है। पीड़ित सदाशिव पांडेय ने धरना देकर यह मांग रखी ।
यह हैं मांग
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय सादीपुर कोटवा, विकास क्षेत्र-डीह,रायबरेली के जाली,फर्जी,कूटरचित,नियुक्ति आदेश की जांच करवाई जाए।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव को सचिव,बेसिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद द्वारा बर्खास्तगी के उपरांत बहाल करते समय यह शर्त रखी गई थी कि तो फिर इनको प्रधानाध्यापक का वेतनमान किस प्रकार मिल रहा है,जांच कराकर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव मार्च 1987 में नियुक्ति और कार्यभार ग्रहण के उपरांत 1994 से विभाग से गायब हो गए 08 वर्ष उपरांत 2002 में पुनः वापस आए और एक फर्जी शपथ पत्र प्रस्तुत कर दिया कि वह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,रायबरेली कार्यालय आते जाते रहे,इस आधार पर 8 वर्ष का वेतन क्यो आहरित कर लिया गया।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव सहायक अध्यापक द्वारा प्रशिक्षित वेतनमान के लिए 2002 में आवेदन किया गया और दस वर्ष पूर्व 1992 से ही प्रशिक्षित वेतनमान प्राप्त कर लिया गया।
- गायब रहकर संस्था संचालित करने पर बिना उपस्थिति प्रमाणपत्र के सवेतन बहाल कैसे किया गया,इसकी जांच कराकर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
- प्रशिक्षण मुक्त का आदेश क्या आया और बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव को निलंबित रहने के बावजूद किस प्रकार उसका लाभ मिला,जांच कराकर दोषियों पर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव के पिता किस-किस विद्यालय में तैनात रहे,उनकी मृत्यु पर उनके आश्रितों को कितना फंड दिया गया और पारिवारिक पेंशन किसे मिल रही है।
- बृजेश शरण श्रीवास्तव की नियुक्ति पत्रावली किसके पास है,यदि गुम है तो एफआईआर कराकर दोषियों पर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव की सेवा पंजिका कब बनी,कब गायब हुई,कब दोबारा बनी और जब दोबारा बनी तो उसकी एफआईआर किसने कराई और किसके पास है?
- केबी सिन्हा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,देवानंदपुर के मालिक किस प्रकार बने,जबकि यह संस्था बिना शर्त सरकार को दान कर दी गई थी,इसकी जांच कर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
- बृजेन्द्र शरण श्रीवास्तव 1994 से लेकर 2002 तक संस्था का संचालन करते रहे, संस्था के संचालन के दौरान इनकी संस्था ब्लैक लिस्ट हुई, प्रकरण की जांच करके ब्लैक लिस्ट होने पर विभागीय कार्यवाही की जाए?
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा