भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम और स्वदेश में विकसित लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफलम परीक्षण किया गया। ओडिशा के बालासोर जिले में स्थित अब्दुल कलाम आईलैंड के इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज में सुबह 9:48 मिनट पर परीक्षण किया गया। Agni-5 missile का यह छठा परीक्षण था। इससे पहले 18 जनवरी 2018 को परीक्षण किया गया, जो सफल रहा था। इस शक्तिशाली मिसाइल की मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर तक है। इस रेंज में भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान भी शामिल हैं।
Agni-5 missile, लॉन्च पैड नंबर 4 से मिली सफलता
अब्दुल कलाम आईलैंड के इंटेग्रेटिड टेस्ट रेंज के लॉन्च पैड नंबर 4 से इस मिसाइल को लॉन्च किया गया था। रक्षा सूत्रों के अनुसार ये मिसाइल का छठा परीक्षण था, इस दौरान मिसाइल अपनी दूरी तय करने की पूरी क्षमता तक पहुंचने के साथ बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि, मिसाइल की निगरानी कई रडार, ट्रैकिंग इंस्ट्रूमेंट और ऑब्जर्वेशन स्टेशन के माध्यम से की गई।
मिसाइल की खूबियां
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अनुसार, अग्नि-5 श्रृंखला की अन्य मिसाइलों के विपरीत, अग्नि-5 नेविगेशन और गाइडेंस, वॉरहैड और इंजन के संदर्भ में नई प्रौद्योगिकियों के साथ सबसे उन्नत है। अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल कई हथियार ले जाने में सक्षम है। यह मिसाइल एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम के खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 5000 किमी तक है। यह भारत की लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों में से एक है। इस मिसाइल की ऊंचाई 17 मीटर, जबकि व्यास 2 मीटर है। मिसाइल डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ले जा सकती है। इसका वजन लगभग 20 टन है। इसकी गति ध्वनि की गति से 24 गुना अधिक है।