राही/रायबरेली। क्षेत्र के रायपुर महेरी माइनर में हो रही आए दिन कटान से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। माइनर में हो रही आए दिन कटान धीरे धीरे सुरसा का रूप धारण कर रही है। लोगों की माने तो लगभग 6 माह पूर्व गेहूं की पकी फसल माइनर मैं अंधाधुंध कटान से सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल जलमग्न हो गई थी। जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। धान की रोपाई का समय तेजी से चल रहा है। बेढन खेत में तैयार रोपाई के लिए तैयार है। अचानक माइनर की कटान हो जाने से सैकड़ों एकड़ भूमि तालाब में तब्दील हो गई।
भदोखर, रायपुर महेरी, कोरचंदामऊ, भखरवारा समेत कई गांव की बेढन सिंचाई विभाग की लापरवाही की भेंट चढ गई है। यहां के किसानों की माने तो नहर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी पहली बार तो फोन उठा लेते हैं। लेकिन माइनर की कटान जैसी समस्या को सुनते ही फिर सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का फोन या तो नेटवर्क क्षेत्र के बाहर या स्विच ऑफ बताता है।
सोमवार की रात अचानक माइनर में कटान हो जाने से सैकड़ों एकड़ भूमि जो धान की रोपाई के लिए तैयार किए गए थे सुबह देखा गया तो रोपाई के लिए तैयार की गई बेढ़न नहर के कटान के तेज बहाव में बहकर दूर निकल गई। सुबह सिंचाई विभाग के जिम्मेदार लोगों को फोन कर अवगत कराया गया ।माइनर में कटान से अवगत होने पर जिम्मेदार अधिकारियों का फोन बंद हो गया।
योगेंद्र कुमार त्रिपाठी, सोनू सिंह, उदय प्रताप सिंह, नमो नारायण तिवारी ने कहा कि आय दिन हो रही कटान का निराकरण नहीं किया गया तो सिंचाई विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा ।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा