औरैया। उच्च न्यायालय की प्रशासनिक न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित ने शनिवार को दीप प्रज्वलन कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस लोक अदालत में आपसी सुलह समझौते से कई वादों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत के शुभारंभ के पूर्व उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित को पीएसी के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।न्यायमूर्ति द्वारा न्यायालय भवन में बने दो नवनिर्मित कोर्ट भवनों का लोकार्पण भी किया गया।न्यायमूर्ति ने मोटर दुर्घटना क्लेम न्यायालय का भी निरीक्षण किया। एमएसीटी शिवराज सिंहजिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रपाल सिंह भदोरिया आदि ने न्यायमूर्ति का स्वागत किया।
शनिवार को आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत के मौके पर उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति प्रशासनिक बिपिन चंद्र दीक्षित ने कहा कि न्यायालय में लंबित मुकदमों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर लोक अदालत के जरिए सुलह समझौते से वादों का निस्तारण वाद कार्यों के लिए लाभप्रद है। न्यायमूर्ति श्री दीक्षित ने कहा कि सुलह समझौते से लोक अदालत में निस्तारित मामलों से दोनों पक्षकारों के बीच वैमनस्यता समाप्त हो जाती है साथी उनके धनवाद समय की बर्बादी भी नहीं होती और दोनों संतुष्ट भी रहते हैं। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निस्तारित वाद की कहीं भी अपील नहीं हो सकती है।उन्होंने सभी अधिवक्ताओं से लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक वादों को निस्तारित कराने की भी अपील की।
जनपद न्यायाधीश डॉ. दीपक स्वरूप सक्सेना ने उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति का स्वागत करते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लोक अदालतों में वादों का निस्तारण दोनों पक्षकारों के लिए काफी लाभप्रद है ऐसे में वादकारियों को अधिक से अधिक वादों को सुलह समझौते के माध्यम से ही विस्तारित कराना चाहिए।
इस मौके पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दिवाकर कुमार ने कहा कि लोक अदालत में सभी बैंकों व विभिन्न विभागों ने विशेष शिविर लगाकर लोगों को छूट देकर मामले तय कराने का भरोसा दिया । लॉक अदालत शिविर का संचालन सिविल जज जूनियर डिविजन मैहर जहां ने किया। इस मौके पर अपर जिला जज स्वप्ना सिंह राजेश चौधरी सुनील कुमार जीवक कुमार सिंह प्रियल शर्मा अनिल कुमार आदि न्यायिक अधिकारी अधिवक्ता शिवम शर्मा आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर