कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में आज शपथ लिया। उनके साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ मुकेश अग्निहोत्री ने ली। पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना नाम बनाने वाले मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के पहले उप मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले हिमाचल में कोई उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कद्दावर और तेज-तर्रार नेता माने जाते हैं।
शिक्षक दीपक शिष्य है बाती, बढ़ते चलना संघ संघाती…
हिमाचल के हरोली विधानसभा से विधायक चुने गए मुकेश अग्निहोत्री का करियर एक पत्रकार के रूप में शुरू हुआ था। पंजाब के संगरूर जिले में 9 अक्टूबर 1962 को मुकेश अग्निहोत्री का जन्म हुआ था। हिमाचल के ऊना जिले से उनकी पढ़ाई हुई है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने गणित से MSC किया है। MSC करने के बाद मुकेश अग्निहोत्री ने जनसंपर्क से डिप्लोमा किया और फिर जर्नलिस्ट बन गए। राजनीति में एंट्री से पहले उन्होंने 10 साल तक संवाददाता के रूप में काम किया।
पूर्व सीएम की सलाह ने डिप्टी सीएम की कुर्सी तक पहुंचा दिया
हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम दिवंगत वीरभद्र सिंह ने मुकेश अग्निहोत्री को राजनीति में आने की सलाह दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीरभद्र सिंह ने 2003 में मुकेश अग्निहोत्री को संतोखगढ़ से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। इसके बाद मुकेश अग्निहोत्री ने वीरभद्र सिंह की सलाह मानते हुए चुनाव लड़ा और जीत भी गए।
दरअसल, 2007 के विधानसभा चुनाव में भी अग्निहोत्री को जीत मिली। 2008 में परिसीमन के बाद संतोखगढ़ को हरोली विधानसभा सीट में बदल दिया गया। 2012 में वे यहां से तीसरी बार विधायक चुने गए। इसके बाद वे वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री बनाए गए। अग्निहोत्री को साल 2018 में विपक्ष का नेता बनाया गया था।