“डॉo राममनोहर लोहिया दलितों और पिछड़ों की सशक्त आवाज़ थे। वह राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में 42 की क्रांति के नायक थे। डॉ लोहिया ने जिनके लिए सामाजिक न्याय और समानता की लड़ाई लड़ी, वही लोग आज डॉ लोहिया की प्रतिमा का अनादर कर रहे है।” -राजनाथ शर्मा Published by- @MrAnshulGaurav Thursday, ...
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