हिंदी आलोचना के “माउंट एवरेस्ट“ नामवर सिंह Namver Singh के साहित्यिक अवदान की चर्चा साहित्य के महारथी उनके महाप्रयाण के बाद निरंतर करते ही रहेंगे। नामवर सिंह जी को जैसा मैंने देखा जाना और समझा चर्चा उसी की कर रहा हूं। बात आज से करीब 12 बरस पहले की है. ...
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