रायबरेली/सताँव। दशरथ नन्दन श्रीराम ने एक ओर ऐसे शासक का चरित्र जिया जिसकी प्रजा दैहिक,दैविक व भौतिक सभी प्रकार के सांसारिक कष्टों से कभी पीड़ित नहीं रही और उन्ही श्रीराम ने न्याय प्रियता का ऐसा आदर्श प्रस्तुत किया,जो सामाजिक सरोकारों के लिए पत्नी सीता का त्याग कर देता है। ख्याति ...
Read More »