मैं जब प्रपंच चबूतरे पर पहुंचा, तब चतुरी चाचा गांव की बड़को चाची व नदियारा भौजी से प्रपंच करने में जुटे थे। चतुरी चाचा उनसे खेती-बाड़ी की बातें करते हुए पूछा- बड़को भउजी, तुमार धान कटिगे। धान केरी मड़ाई कब होई। बड़को बोली- चतुरी भईया, गांवक तरे वाले खेतवा मा ...
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