प्रधानमंत्री के भाषण पर आंदोलन के बारे में ऐसी असभ्य भाषा कोई तानाशाही बोल सकता है जो सपने में भी जन आंदोलन से डरता है कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत किसान और नागरिकों को प्रधानमंत्री द्वारा कल संसद में परजीवी और आंदोलन जीवी कहे जाने पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ...
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