बिहार के सरकारी स्कूलों में साफ-सफाई, स्वच्छता, शौचालय, हाथ धुलाई केंद्र, रखरखाव आदि के मद में हर साल करोड़ों रुपए खर्च किये जा रहे हैं. प्राइमरी से लेकर उच्चतर विद्यालयों के कैंपस को ‘ग्रीन व क्लीन’ बनाए रखने के लिए विभागीय कवायद भी जारी है. स्कूलों के छात्र-छात्राओं में स्वच्छता ...
Read More »Tag Archives: मुजफ्फरपुर
कौन सुनेगा श्रमिक महिलाओं का दर्द?
भारत की अर्थव्यवस्था का मेरुदंड खेती-किसानी और मजदूरी है. यदि खेती नहीं हो, तो आदमी खाएगा क्या? आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22 के मुताबिक कृषि में सकल घरेलू उत्पाद की हिस्सेदारी 20.2 फीसदी है. भारत की तकरीबन आधी जनसंख्या रोजगार के लिए खेती बाड़ी पर ही निर्भर है. कृषि द्वितीयक उद्योगों ...
Read More »बिहार की धरोहर : पर्यटन और रोजगार सृजन का साधन
हमारी धरोहर, हमें अपने जड़ों से जोड़ती है और जड़ों का मजबूत होना बेहद जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ी अपनी विरासत और संस्कृति के बारे में न केवल जाने बल्कि उसकी महत्ता से भी परिचित हो जाए. धरोहरों की महत्ता न केवल भारत में है बल्कि दुनिया भर में ...
Read More »सड़क विहीन गांव में विकास की धीमी गाथा
प्रधानमंत्री सड़क योजना भारत में असंबद्ध गांवों को अच्छी सड़क व संपर्क प्रदान करने की राष्ट्रव्यापी योजना है. जिसके तहत देश के लगभग सभी इलाकों में पक्की सड़क बनाना और उनकी मरम्मत करना भी शामिल है. इस योजना के तहत देश का हर गांव, शहर, जिला और राज्य एक दूसरे ...
Read More »मज़दूर, मशीन और मनरेगा!
देश के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब-मजदूरों को उनके गांव में ही रोजगार देने की एक अनोखी पहल के रूप में मनरेगा की शुरुआत की गई थी. वास्तव में रोज़गार सृजन के तौर पर इसे एक सशक्त योजना कही जा सकती है. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (नरेगा), जिसे बाद में ...
Read More »जागरुकता से खत्म होगी दहेज जैसी कुरीति!
दहेज एक ऐसी कुप्रथा है जिससे लड़कियों की मानसिक स्थिति पर गहरा असर पड़ता है. कहते हैं देश बदल रहा है, समाज बदल रहा है, नित्य तरक्की के नए-नए प्रतिमान गढ़े जा रहे हैं, बड़े-बड़े स्लोगन, भाषण और संगोष्ठियां आयोजित हो रही हैं. लेकिन क्या जमीन पर ऐसा दिखता है? ...
Read More »ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं होती हैं सबसे अधिक हिंसा का शिकार
भारत की आधी आबादी का अस्तित्व आज भी खतरे में है. सदियों से वह हिंसा के विभिन्न रूपों का सामना करती रही है. वक्त बदल गया, लेकिन उसके साथ होने वाली हिंसा ख़त्म नहीं हुई. कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, घरेलू हिंसा और आये दिन उसे छेड़छाड़ आदि का शिकार ...
Read More »महंगी शिक्षा, लड़कियों की उच्च शिक्षा में बाधा है!
समाज के चतुर्दिक विकास के लिए हर नागरिक को शिक्षित होना जरूरी है. अफसोस है कि आजादी के इतने साल बाद भी हमारे देश के सभी परिवारों तक शिक्षा की पहुंच नहीं हो पायी है. यह शिक्षा पहले कुछ लोगों तक ही सीमित थी. समय ने करवट बदली और आज ...
Read More »पटना, मुजफ्फरपुर, रांची और जमशेदपुर में जियो ट्रू 5जी लॉन्च
• मकर संक्रांति पर देश के 16 शहर जियो ट्रू 5जी से हुए कनेक्ट 5जी नेटवर्क से जुड़ने वाले अन्य शहर छत्तीसगढ़ – रायपुर, दुर्ग, भिलाई, ओडिशा- राउरकेला, ब्रह्मपुर, महाराष्ट्र – अमरावती कर्नाटक – बीजापुर, उडीपी, गुलबर्ग, बेल्लारी, आंध्र प्रदेश-एलुरु, केरल-कोल्लम ‘जियो वेलकम ऑफर’ के तहत आमंत्रित उपभोक्ताओं को बिना ...
Read More »2020 तू इतना क्यूं रुठा है रे?
2020 तू इतना क्यूं रुठा है रे? 2020 तू इतना क्यूँ रुठा है रे? तेरे आगमन से पूर्व हमने क्या-क्या दुआएँ नहीं माँगी थीं। तेरे स्वागत में क्या-क्या नहीं किया था हमने। जिस तरह सूर्योदय से पहले सूर्य की पहली किरण को देखने की बेसब्री रहती है सबके मन में। ...
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