लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने बताया कि “लोकतंत्र बचाओं और किसान बचाओं” महापंचायत का अगला कदम दिनांक 17 अक्टूबर को बुलंदशहर में होगा। जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के साथ साथ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की भी भागीदारी महापंचायत में रहेगी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों का प्रत्येक स्तर पर उत्पीड़न किया है, जिससे उसका किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है।
श्री दुबे ने कहा कि किसानों के बिजली के बिल की बढोत्तरी से लेकर खाद और बीज की मंहगाई के साथ साथ अनुपलब्धता और ऋणमाफी के नाम पर उनके साथ धोखेबाजी करना भाजपा का चरित्र उजागर हो चुका है। केवल किसान को झूठे लाॅलीपाप दिखाकर वोट ले लेना और उनका उत्पीड़न करते रहना इस सरकार की आदत बन गयी है। गन्ना पेराई का नया सत्र प्रारम्भ हो चुका है जबकि लगभग 15 हजार करोड रूपया विगत सत्र का चीनी मिलों पर बकाया है। चीनी मिल मालिकों पर पूंजीपतिवादी सरकार का वरदहस्त है। बकाया गन्ना मूल्य का हजारों करोड रूपया मा0 उच्च न्यायालय के आदेषानुसार किसानों को मिलना चाहिए परन्तु प्रदेश सरकार ने नहीं दिया और वह गन्ना मूल्य जो 14 दिनों के अन्दर भुगतान होना चाहिए उसका भी हजारों करोड रूपया बकाया है।
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि मुजफ्फरनगर और मथुरा के बाद अब बुलंदशहर के किसानों और मजदूरों को जगाने तथा भारतीय जनता पार्टी द्वारा समय समय पर उनके साथ किये गये उत्पीडनात्मक व्यवहार को उजागर किया जायेगा। राष्ट्रीय लोकदल किसानों और मजदूरों के लिए समर्पित होने के साथ साथ लघु और कुटीर उद्योगों का भी हिमायती है। किसान मसीहा चौ. चरण सिंह की नीतियों के अनुसार किसानों मजदूरों, कामगारों और प्रदेश के नवयुवकों को चौ. साहब के सपनों का भारत और खुषहाल उ.प्र बनाने के लिए आगे आना होगा।