लखनऊ। देश 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनायेगा, इससे पहले विभाजन विभीषिका का दर्द उसे याद आ रहा है। यह दर्द आमजन से लेकर खास वर्ग तक सब महसूस कर रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाजन विभीषिका दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश को राजनीतिक स्वार्थ के लिए विभाजन की त्रासदी की ओर ढकेला गया है।
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कांग्रेस ने सत्ता के लोभ भारत को ऐसा नासूर दे दिया, जो आज भी आतंकवाद के रूप में हमे दंश दे रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो 1947 में हुआ वही आज बांग्लादेश-पाकिस्तान में हो रहा है। बहन बेटियों के अत्याचार हो रहा है। लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के कारण भारत में कुछ उस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो 1947 में हुआ वही पाकिस्तान में आज भी हो रहा है, वही बांग्लादेश में हो रहा है। उस समय 10 लाख हिंदू-सिख एक साथ काटे गए थे। आज भी वही आगजनी, लूटपाट, बहन-बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है। उसी प्रकार की त्रासदी का आज भी दृश्य हो रहा है। डेढ़ करोड़ हिंदू आज बांग्लादेश के अंदर चिल्ला-चिल्लाकर अपनी अस्थित्वता को बचाने के लिए गुजार लगा रहा है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत के अंदर सेक्यूलर लोगों के मुंह बंद हैं। क्योंकि इनके अंदर भय है कि कमजोर लोगों के पक्ष में आवाज निकाली तो इनका वोट बैंक खिसक जाएगा। इन्हें वोट बैंक की चिंता है लेकिन इनकी मानवीय संवेदना मर चुकी है। योगी ने कहा हमारा संकल्प है कि वारसी अरविंद ने जो 1947 के पहले घोषणा की आध्यात्मिक जगत में पाकिस्तान की कोई वास्तविकता नहीं है या तो उसका भारत में विलय होगा या हमेशा के लिए समाप्त होगा।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कहा कि यह मात्र देश का विभाजन नहीं, बल्कि मानवता का विभाजन था, इस अमानवीय निर्णय से असंख्य निर्दोष नागरिकों को अपने प्राण गंवाने पड़े, विस्थापन का दंश झेलना पड़ा, यातनाएं सहनी पड़ीं। इस अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि!