झांसी के बरुआसागर थाना क्षेत्र के एक विवाहघर से बारात बिना दुल्हन लौट गई। वजह थी लड़की के मुंह बोले पिता की तीन अजीबो-गरीब शर्तें। विदाई के समय कहा कि शादी हो गई पर दुल्हन को छूना नहीं, इसे मानने से दूल्हे ने इनकार कर दिया और वधू पक्ष पर चार लाख रुपये के जेवर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कस्बा बरुआसागर के मोहल्ला सनौरा निवासी महेंद्र सेन के बेटे मानवेंद्र सेन का रिश्ता गुरसरांय के एक गांव निवासी युवती से तय हुआ था। छह जून को बरुआसागर स्थित एक विवाह घर में शादी थी।
यहीं पर वधू पक्ष ने आकर विवाह की तैयारी की थी। मंगलवार की रात बारात आई, जयमाला समेत अन्य रस्में हुईं, बुधवार सुबह भंवरें भी पड़ गईं। विदाई का वक्त करीब आया तो दुल्हन गायब हो गई।
दूल्हे पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि दुल्हन के मुंह बोले पिता ने तीन शर्तें रखी थीं ‘पहली लड़का, लड़की से किसी तरह के शारीरिक संबंध नहीं बनाएगा, दूसरी दुल्हन के साथ हमेशा उसकी छोटी बहन रहेगी और तीसरी यह कि जब भी चाहे वह उससे मिलने ससुराल आ-जा सकता है।
दूल्हे ने शर्तें मानने से इनकार कर दिया तो दुल्हन भांवरों के बाद भी मुंह बोले पिता के संग चली गयी। इसके बाद बारात भी बिना दुल्हन के ही लौट गई। गुरुवार को दूल्हा मानवेंद्र ने इस मामले में पुलिस में शिकायत की।
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दूल्हे ने बताया की राजी खुशी से बारात लेकर मंगलवार को पहुंचा था। काफी संख्या में बाराती थी शामिल थे। सुबह की रस्में भी हुईं। मांग में सिंदूर भरा गया और अग्नि को साझी मानकर सात फेरे ले लिए। आरोप लगाया कि अब ये लोग दहेज के केस में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं।
दूल्हे ने आरोप लगाया कि शादी में करीब दस लाख रुपए खर्च किए थे। तीन-चार लाख रुपए के जेवर चढ़ाए थे जिसे दुल्हन और उसका मुंह बोला पिता और उसकी बहन लेकर चले गए। बरुआसागर थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया ने बताया कि जांच की जा रही है। वर-वधू पक्ष के लोगों को थाने बुलाया गया है। जांच के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दोनों से बातचीत में शर्तों की बात सामने आई है।