भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए 9़ सितम्बर से मोदी सरकार सस्ता सोना बेच रही है। लोग सोने को सुरक्षित निवेश का जरिया मानते हैं। कुछ समय से गोल्ड की कीमत में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और यह आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है।
मोदी सरकार एक खास योजना के तहत बॉन्ड के जरिए सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है। इस योजना के नई सीरीज की शुरुआत 9 सितंबर से हो रही है। वर्ष 2015 में मोदी सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की थी। इस योजना की सीरीज के तहत समय-समय पर लोगों को गोल्ड बॉन्ड खरीदने का मौका दिया गया है। इस गोल्ड बॉन्ड की कीमत बाजार में चल रहे रेट से कम होती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के गोल्ड की कीमत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से तय की जाती है। ये स्कीम 9 सितंबर से फिर शुरू हो रही है और 13 सितंबर को समाप्त हो जाएंगी। इस बार गोल्ड बॉन्ड की कीमत 3,890 रुपये प्रति ग्राम तय की गई है।
गोल्ड की कीमत 3,927 रुपये प्रति ग्राम पर है। इस हिसाब से गोल्ड बॉन्ड की कीमत 37 रुपये प्रति ग्राम कम है। इसके साथ ही खरीददार को डिजिटल मोड में पेमेंट करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी। सोने पर 87 रुपये प्रति ग्राम की राहत मिलेगी। स्कीम के तहत गोल्ड बॉन्ड को खरीदने की कुछ शर्तें भी हैं। कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम के गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है।
वहीं इस बॉन्ड में न्यूनतम निवेश एक ग्राम है। स्कीम के तहत टैक्स पर भी छूट मिलती है। इसके अलावा स्कीम के माध्यम से बैंक लोन भी लिया जा सकता है। इस गोल्ड की बिक्री बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए होती है। सरकार इस स्कीम के जरिए गोल्ड की फिजिकल डिमांड को कम करने की कोशिश में है।