कानपुर। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से माहौल में गलन बढ़ रही है। बुधवार को जैसे ही धूप हल्की पड़ी गलन बढ़ गई। इसके साथ ही नमी का प्रतिशत 95 हो गया है। चक्रवाती घेरे के कारण उत्तर पश्चिमी हवाओं की रफ्तार और सुस्त हो गई। इससे धुंध और कोहरा बढ़ गया है। सुबह के समय दृश्यता सामान्य दो किमी की तुलना में घट कर 375 मीटर हो गई। रात में ओस बढ़ गई है। तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच फर्क बढ़ गया। अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 1.6 डिग्री अधिक है और न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस कम है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती घेरा अभी बना हुआ है। इसका असर कानपुर परिक्षेत्र समेत अन्य इलाकों पर बढ़ गया है। बंगाल की खाड़ी से नमी आनी तेज हो गई है। इसकी वजह से माहौल में गलन होने लगी है।
चक्रवाती घेरे के खिंचाव ने बुधवार को हिमालयी हवाओं की रफ्तार और कम कर दी है। हवाएं एक किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलीं। उन्होंने बताया कि दिन में धूप में कमी आते ही ठंड बढ़ जाएगी। अगर बादल आए तो दिन में गलन वाली ठंड और तेज होगी।
उन्होंने बताया कि हिमालयी क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ और आ गया है। इसके बाद जनवरी में एक पश्चिमी विक्षोभ और आएगा। इससे पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश तेज हो जाएगी। मैदानी क्षेत्रों में ठंड और तेज होगी।
वहीं जेट स्ट्रीम के साथ नमी की मात्रा बढ़ जाएगी। दो-तीन दिन बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती घेरे का असर रहेगा। इस दौरान धुंध और बढ़ने के आसार हैं। इसके साथ ही अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का गैप बढ़ सकता है। बादल आने पर न्यूनतम तापमान बढ़ेगा।