तुर्की के वकील ने कहा कि इस्तांबुल के सऊदी दूतावास Embassy में घुसते ही पत्रकार जमाल खशोगी का गला दबा दिया गया था। इसके बाद उनके शव के टुकड़े कर दिए गए। हालांकि, खगोशी का शव कहां है, इसके बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिली है।
Embassy में देखकर
इस्तांबुल के चीफ प्रॉसीक्यूटर इरफान फिदान ने कहा कि Embassy दूतावास में देखकर यह लगा रहा है कि खगोशी की हत्या की तैयारी पहले से की गई थी। सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सनसनीखेज मामले में तुर्की के मुख्य अभियोजक ने पहली बार इस अपराध का ब्योरा सार्वजनिक किया है।
यह बयान सऊदी अरब के मुख्य अभियोजक के इस्तांबुल छोड़ने के कुछ ही घंटे बाद जारी किया गया है। तुर्की के अभियोजक कार्यालय ने कहा है कि सच्चाई तक पहुंचने के लिए बहुत प्रयास किए गए लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकल सका।
तुर्की के अधिकारी के तरफ से आए इस तरह के पहले बयान से पुष्टि होती है कि सऊदी दूतावास में उनकी हत्या के लिए पहले से तैयारी की गई थी। यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब सऊदी के चीफ प्रॉसीक्यूटर सऊद अल-मोजेब ने इस्तानबुल का अपना तीन दिन का दौरा पूरा किया। इस दौरान अल-मोजेब ने फिदान और अन्य तुर्की अधिकारियों से बात की।
खशोगी की हत्या के आरोप में
खशोगी की हत्या के आरोप में तुर्की 18 आरोपियों की प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। इसके साथ ही सऊदी अरब से खशोगी के शव के बारे में जानकारी की भी मांग कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद सऊदी अरब शुरू में तो इस मामले को लेकर बयान बदलता रहा, लेकिन अब उसने स्वीकार कर लिया है कि खशोगी की हत्या दूतावास में ही हुई है। सऊदी अरब ने अब तक अपने वकील के तुर्की दौरे को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।
तुर्की की मीडिया ने पहले ही अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रियाद से भेजी गई टीम ने 59 वर्षीय खशोगी के शव के टुकड़े कर दिए। पत्रकार का शव अभी तक नहीं मिला है। वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभ लेखक खशोगी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक थे।
इस्तांबुल के मुख्य अभियोजक इरफान फिदान के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि पूर्व में ही योजना बना ली गई थी। दो अक्टूबर को पीड़ित जमाल खशोगी की हत्या वाणिज्य दूतावास में घुसते ही कर दी गई थी। वह वहां शादी संबंधी औपचारिकताएं पूरी करने गए थे। मौत के बाद उनके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। यह काम भी योजना के मुताबिक किया गया।