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राष्ट्रपति ने किया ग्लोबल समिट का समापन

भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ को गति देने के लिए तैयार है। ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की सफ़लता इसका प्रमाण है। अब तक इस समिट में पैतीस लाख पचास हजार करोड़ का निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

पहले यह निवेश एनसीआर के लिए होता था। इस समिट में प्रदेश के सभी जिलों में निवेश हो रहा है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी अलग अलग प्रस्ताव आये हैं। इसके माध्यम से तीरानबे लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।

एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी को हासिल करते हुए भारत की ग्रोथ इंजन बनेगा। चालीस देशों से जुड़े उद्यमी इसमें शामिल हुए। उनमे से दस देश पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल हुए हैं। तीन दिनों में तीस सत्र आयोजित किये गए।

समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और समापन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया। इसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी,स्मृति ईरानी, अश्वनी वैष्णव,अनुराग ठाकुर, पीयूष गोयल समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ दस पार्टनर देशों के मंत्रियों ने भागीदारी की। पच्चीस हजार से अधिक लोग इसमें शामिल हुए।

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इसके पहले तीन इनवेस्टर्स समिट और एक जिला एक उत्पाद योजना से भी उद्योगीकरण को बढ़ावा मिलता रहा है। एक जिला एक उत्पाद योजना का शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने किया था। यह अपने ढंग की अभूतपूर्व योजना है.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि समावेशी विकास की सोच के साथ आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिति के सार्थक परिणाम आएंगे।

उत्तर प्रदेश को विश्वव्यापी ख्याति मिलेगी। दूरदर्शितापूर्ण नीतियों को लागू कर तथा उसके कार्यान्वयन से उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नए भारत का ग्रोथ इंजन बनने के लिए सक्षम भी है और इसके लिए तैयार भी है। उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को उत्तम निवेश प्रदेश बनाने में सहायक सिद्ध होगा।उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए राजनीतिक स्थिरता व निरंतरता सहायक सिद्ध होती है।

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उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिस प्रकार प्रक्रियाओं को सरल बनाने के प्रयास किए गए हैं, वह सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक एमएसएमई हैं। एमएसएमई, कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार का अवसर प्रदान करने वाला क्षेत्र है। आर्थिक विकास में एमएसएमई की प्रमुख भूमिका है।

द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य में उत्तर प्रदेश ने एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने का संकल्प लिया है। देश की कुल अर्थव्यवस्था का पांचवां हिस्सा उत्तर प्रदेश से पूरा होगा। इस संकल्प के सिद्ध होने से प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर अभियान को भी काफी बल मिलेगा।

उन्होंने कहा कि 2019 में प्रयागराज कुंभ के शानदार आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिस प्रकार पूरे विश्व में प्रशंसा हुई थी, उनकी कामना है कि इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को भी विश्वव्यापी ख्याति मिले।
राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काफी काम हुआ है।

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सड़क यातायात, हाइवे व एक्सप्रेस में निवेश से आर्थिक विकास में काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता है कि देश में 65 प्रतिशत मोबाइल उपकरण अकेले उत्तर प्रदेश में बनते हैं। यही नहीं परंपरागत उद्यम को बढ़ावा देने वाली उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद योजना भी काफी सफल है।

परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने से स्थानीय स्तर पर आर्थिक उन्नयन तो होता ही है, निवेशकों को भी काफी अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का भी निर्माण हो रहा है। यह डिफेंस कॉरिडोर देश की रक्षा आत्मनिर्भरता को सफलता प्रदान करने के साथ ही उद्यम, रोजगार और विकास को भी बढ़ावा देगा।

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राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने योगी सरकार की कामकाज की सराहना करते हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि बताई। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि यह समिट उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में मददगार साबित होगी। विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

राज्यपाल ने कहा कि पिच छह साल में नई पहचान बनाई है। यह नए भारत का नया ग्रोथ इंजन बनकर उभर रहा है। राज्य के औद्योगिक परिदृश्य में बदलाव हुआ है। इससे देश और दुनिया के उद्यमियों ने यूपी में निवेश की इच्छा जताई है। यह अच्छे संकेत हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले आठ साल में भारत का प्रभाव दुनिया मे बढ़ने का लाभ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लाभ मिल रहा है।

राम की अयोध्या और कान्हा की मथुरा, काशी विश्वनाथ धाम, कुम्भ प्रयागराज में होता है। भगवान बुद्ध की भी यह धरती रही है। सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। यह श्रम बाजार भी है दुनिया के युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।

आज यूपी निवेश का केंद्र बना हुआ है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मूलमंत्र का अंगीकार करते हुए कार्य कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में निवेश करने वालों को सरकार ने हर सहूलियतें दी हैं। इसलिए आज दुनिया भर के निवेशक यहां निवेश करना चाहते हैं।

रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री

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